Greater Noida News/ BT News: उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन ने राज्य में अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा और साइबर अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एक नई रणनीति के तहत वरिष्ठ अधिकारियों की विशिष्ट जिम्मेदारियों के साथ टास्क-फोर्स टीमें गठित की हैं। इस कदम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति का अगला पड़ाव माना जा रहा है।
इस रणनीतिक बदलाव के केंद्र में हैं लक्ष्मी सिंह, जिन्हें साइबर अपराध ऑपरेशन की टीम में शामिल किया गया है। लक्ष्मी सिंह वर्तमान में गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल में कई हाई-प्रोफाइल केसों को सुलझाकर एक सशक्त महिला नेतृत्व का उदाहरण पेश किया है।
टीम गठन और जिम्मेदारियां
जीरो टॉलरेंस टीम:
ADG एसके भगत और पीयूष मोर्डिया को कानून व्यवस्था में लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई हेतु नियुक्त किया गया है। यह टीम प्रदेश में अपराध के प्रति सरकार की ‘शून्य सहिष्णुता’ की नीति पर काम करेगी।
महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा:
ADG पद्मजा चौहान को महिला सुरक्षा, महिला हेल्पलाइन और जागरूकता कार्यक्रमों की जिम्मेदारी दी गई है। उनका फोकस महिला अपराधों में त्वरित कार्रवाई और कानूनी सहायता पर होगा।
साइबर अपराध ऑपरेशन:
ADG विनोद सिंह और CP लक्ष्मी सिंह की जोड़ी को डिजिटल अपराधों की रोकथाम, साइबर सुरक्षा जागरूकता और टेक्निकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम सौंपा गया है।
लक्ष्मी सिंह की डिजिटल मामलों पर पकड़ और तेज निर्णय क्षमता इस क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएगी।
लॉ एंड ऑर्डर टीम:
ADG अमिताभ यश और आलोक सिंह को संवेदनशील जिलों में शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी मिली है। यह टीम दंगों की आशंका, सांप्रदायिक तनाव और संवेदनशील मामलों पर विशेष नजर रखेगी।
बेहतर पुलिस सेवाएं:
पुलिस की इमेज सुधारने, जनता से संवाद बढ़ाने और एफआईआर प्रक्रिया में सुधार हेतु ADG नवीन अरोरा और भानु भास्कर को चुना गया है।