Noida / भारतीय टॉक न्यूज़ : गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभा रही है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण हाल ही में देखने को मिला, जब पुलिस के फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन सेंटर (FDRC) के प्रयासों से एक टूटते हुए परिवार को फिर से जोड़ दिया गया। पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में चल रही इस पहल ने एक ऐसे दम्पति को फिर से मिला दिया जो आपसी मतभेदों के कारण पिछले तीन महीनों से अलग रह रहे थे।
क्या था पूरा मामला?
नोएडा की रहने वाली श्रीमती प्रगति (काल्पनिक नाम) ने अपने पति पीयूष (काल्पनिक नाम) और ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। नवंबर 2024 में हुई इस शादी में कुछ ही समय बाद घरेलू बातों को लेकर अनबन शुरू हो गई, जिससे परिवार में अशांति का माहौल बन गया। विवाद इतना बढ़ा कि प्रगति पिछले तीन महीने से अपने पति से अलग रह रही थीं।
मामले की गंभीरता को समझते हुए, सेक्टर-108 स्थित FDRC की टीम ने तुरंत कार्रवाई की। प्रोफेशनल काउंसलर्स और मनोवैज्ञानिकों की मदद से पति-पत्नी दोनों को अलग-अलग तारीखों (29 जुलाई, 13 अगस्त, और 28 अगस्त 2025) पर काउंसलिंग के लिए बुलाया गया। विशेषज्ञों ने दोनों पक्षों की बातों को धैर्यपूर्वक सुना और संवाद के माध्यम से उनके बीच की गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास किया।
काउंसलिंग ने बदला मन, साथ रहने को हुए राजी
लगातार चले संवाद और परामर्श सत्रों का नतीजा सकारात्मक रहा। पुलिस और काउंसलिंग टीम ने दोनों को समझाया कि आपसी विश्वास और सामंजस्य से ही परिवार को बचाया जा सकता है। इन प्रयासों के बाद, पति-पत्नी दोनों अपनी गलतियों को मानकर एक बार फिर साथ रहने और अपने रिश्ते को एक नया मौका देने के लिए तैयार हो गए। इस सफल सुलह के बाद दम्पति ने गौतमबुद्धनगर पुलिस का हृदय से आभार व्यक्त किया।
मिशन शक्ति 5.0 से महिला सुरक्षा को बढ़ावा
यह पहल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति 5.0 अभियान का ही एक हिस्सा है, जिसे नवरात्रि (22 सितंबर 2025) के अवसर पर और भी सक्रिय कर दिया गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना, साइबर सुरक्षा की जानकारी देना और अपराधों से बचाव के तरीके सिखाना है।
पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में गौतमबुद्धनगर पुलिस न केवल अपराध नियंत्रण पर काम कर रही है, बल्कि इस तरह की मानवीय पहलों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और परिवारों में सौहार्द स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।