Noida News : नोएडा एसटीएफ ने दिल्ली से एक तिब्बती नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से भारतीय पासपोर्ट बनाकर भारत में रह रहा था। आरोपी का नाम छिनजोन थारचिन उर्फ छनजोन है, और वह साइबर ठगी की वारदातों में शामिल था। एसटीएफ का दावा है कि उसने 26 बैंक खातों का संचालन किया, जिनका उपयोग ठगी की रकम भेजने के लिए किया जाता था।
फर्जी दस्तावेजों का जाल
अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा के अनुसार, आरोपी ने पश्चिम बंगाल से फर्जी दस्तावेज तैयार कर चंद्र ठाकुर के नाम से पासपोर्ट बनवाया। वह दिल्ली के द्वारका सेक्टर-3 में रह रहा था। पूछताछ के दौरान, उसने बताया कि उसने अपनी तिब्बती पहचान छिपाते हुए यह सब किया।
जीवन की कहानी
छिनजोन थारचिन ने 14 वर्ष की आयु में तिब्बत से भागकर नेपाल में शरण ली। वहां से वह दिल्ली के बुद्ध विहार शरणार्थी केंद्र आया और धीरे-धीरे दिल्ली में बस गया। उसने विभिन्न रेस्टोरेंट में काम किया और बाद में फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पहचान प्राप्त की।
साइबर ठगी का नेटवर्क
आरोपी ने 2021 में नेपाल यात्रा के दौरान एक चीनी नागरिक “ली” से संपर्क किया, जिसने उससे भारतीय बैंक खातों की मांग की। इसके बाद, थारचिन और उसके साथी जॉर्डन ने मिलकर भारतीय बैंक खातों की व्यवस्था की, जिसका उपयोग साइबर अपराध में किया गया।
कानूनी कार्रवाई
इस मामले में 9 दिसंबर 2021 को दिल्ली के जीटीवी एन्क्लेव थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद थारचिन को गिरफ्तार किया गया और वह लगभग 9 महीने जेल में रहा। जेल से छूटने के बाद, उसने फिर से साइबर अपराधियों के साथ संपर्क स्थापित किया और विदेशी नागरिकों को भारतीय बैंक खातों की सुविधा देने लगा।