एनपीसीएल की लापरवाही: तिलपता में बिजली के टूटे तार से 17 वर्षीय दीपांशु की दर्दनाक मौत, परिजनों का शव रखकर धरना, इंसाफ की गुहार

NPCL's negligence: 17-year-old Dipanshu died a painful death due to a broken electric wire in Tilpata, family members staged a sit-in protest with the body, demanding justice

Bharatiya Talk
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एनपीसीएल की लापरवाही: तिलपता में बिजली के टूटे तार से 17 वर्षीय दीपांशु की दर्दनाक मौत, परिजनों का शव रखकर धरना, इंसाफ की गुहार

Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज : ग्रेटर नोएडा, तिलपता गांव में आज 7मार्च , शाम एक हृदयविदारक घटना घटी, जब बिजली के एक टूटे तार की चपेट में आने से 17 वर्षीय दीपांशु वाल्मीकि की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना आज शाम करीब 6:30 बजे तिलपता में नागर डेरी के पास हुई, जब दीपांशु अपने घर से कुछ सामान लेने दुकान जा रहा था।

घटनास्थल और मृत्यु:

मृतक दीपांशु पुत्र बॉबी, ग्राम तिलकता करनवास का निवासी था। जानकारी के अनुसार, जब वह नागर डेरी के पास से गुजर रहा था, तो एनपीसीएल (NPCL) बिजली का एक जर्जर तार टूटकर गिर गया था। दुर्भाग्यवश, दीपांशु उस तार की चपेट में आ गया और उसे गंभीर रूप से बिजली का झटका लगा। आनन-फानन में उसे शर्मा मेडिकल हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

शर्मा मेडिकल हॉस्पिटल में परिजनों का धरना:

दीपांशु की मौत की खबर फैलते ही परिवार में कोहराम मच गया। शोक संतप्त परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में शर्मा मेडिकल हॉस्पिटल पहुंचे। मृतक के परिवार और भारतीय किसान यूनियन मंच के सदस्य अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, और उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे दीपांशु का दाह संस्कार नहीं करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन मंच की मांगें:

भारतीय किसान यूनियन मंच के प्रदेश अध्यक्ष मनिंदर भाटी ने मौके पर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी और प्रशासन के समक्ष कड़ी मांगें रखीं। उन्होंने प्रशासन से पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है। मनिंदर भाटी ने कहा कि यह घटना एनपीसीएल की लापरवाही का नतीजा है और प्रशासन को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, भारतीय किसान यूनियन मंच उनके साथ खड़ा रहेगा।

प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार:

इस दुखद घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है। परिजनों और ग्रामीणों में एनपीसीएल और प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है। फिलहाल, प्रशासन की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। सभी की निगाहें अब प्रशासन पर टिकी हैं कि वह पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए क्या कदम उठाता है।

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