Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा के अस्तौली गांव के किसान अतिरिक्त मुआवजे की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है और उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है। इससे नाराज किसानों ने अस्तौली कूड़ा निस्तारण केंद्र (सेनेटरी लैंडफिल साइट) का काम बंद कराने और सोमवार से धरने पर बैठने की चेतावनी दी है।
किसानों की नाराजगी के कारण:
अतिरिक्त मुआवजे का असमान वितरण: किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण ने 10 करोड़ रुपये के अतिरिक्त मुआवजे का चेक कुछ किसानों को दिया है, जबकि अन्य किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया, जिनकी जमीन भी कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए ली गई थी।
अधिकारियों द्वारा झूठे वादे: किसानों का कहना है कि वे मुआवजे के लिए लगभग एक महीने से प्राधिकरण कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन पूरे नहीं किए जा रहे हैं।
सड़क निर्माण, लेकिन मुआवजा नहीं: किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण ने निर्माणाधीन कूड़ा निस्तारण केंद्र की ओर जाने वाली सड़क का निर्माण तो कर दिया है, लेकिन उन्हें जमीन के बदले अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है।
किसानों की चेतावनी:
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के बैनर तले किसानों ने सोमवार से कूड़ा निस्तारण केंद्र का काम बंद कराने और धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। किसानों ने प्राधिकरण के अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा है।
बैठक और निर्णय:
शनिवार को गांव के लोगों की बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक किसानों की सभी मांगों का मौके पर निस्तारण नहीं किया जाता, तब तक किसान शांतिपूर्वक धरने पर बैठेंगे।
इस अवसर पर मनोज मावी, अरुण भाटी, प्रमोद भाटी, पंकज शर्मा, वीर सिंह, सुखबीर ,देवी राम सिंह, मनोज कुमार, छोटूराम सहित अन्य किसान मौजूद थे