Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा स्थित पी आईआईटी कॉलेज में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की देवी माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। इस समारोह में शिक्षा, समाज सेवा और राजनीति से जुड़ी कई जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की और योग के महत्व को रेखांकित किया।

अतिथियों का सम्मान एवं स्वागत
संस्थान के चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ) भरत सिंह ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ) बलवंत सिंह राजपूत (पूर्व कुलपति, कुमाऊँ-गढ़वाल विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथि श्री आनंद साहू (वरिष्ठ भाजपा नेता), डॉ. जितेंद्र बच्चन (वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक चिंतक) और प्रोफेसर अनुराग मिश्रा (दिल्ली विश्वविद्यालय) को शॉल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
योग एवं प्राणायाम सत्र
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण योग सत्र रहा, जिसका निर्देशन योग गुरु श्री एस.एन. चतुर्वेदी, विनोद और जितेंद्र ने किया। उन्होंने उपस्थित सभी प्राध्यापकों, सदस्यों और विद्यार्थियों को विभिन्न महत्वपूर्ण योग आसनों एवं प्राणायामों का अभ्यास कराया। साथ ही, उन्होंने इन योग क्रियाओं से होने वाले शारीरिक और मानसिक लाभों से भी सभी को अवगत कराया।
योग: भारत की विश्व को अनमोल देन
मुख्य अतिथि प्रोफेसर राजपूत ने योग के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा, “योग दर्शन भारतीय षष्ठ दर्शनों में से एक महत्वपूर्ण दर्शन है और इसका जनक भारत है। आज जिस तरह पूरा विश्व योग का गुणगान कर रहा है, उसका संपूर्ण श्रेय भारत को ही जाता है।” वहीं, श्री आनंद साहू ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ के तहत योग को जन-जन तक पहुँचाने के लिए पूरी तरह संकल्पित और प्रतिबद्ध है। डॉ. जितेंद्र बच्चन ने सभी को नियमित योग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 10 अगस्त को समाज कल्याण फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा पी आईआईटी कॉलेज में ‘राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समारोह’ का आयोजन किया जाएगा।
सांस्कृतिक प्रस्तुति एवं शपथ ग्रहण
कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन प्रोफेसर बी.एस. रावत ने किया। इस अवसर पर मैडम मिथिलेश एवं जागेश ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ एवं एक प्रेरणादायक योग गीत प्रस्तुत कर वातावरण को ऊर्जा से भर दिया। कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर के. शाक्य ने सभी को नियमित रूप से योग करने की शपथ दिलाई।