पिलखुवा: रिश्वत मामले में निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा ने खाया जहर ,इलाज के दौरान मौत, परिवार में मचा कोहराम

Pilkhuwa: Suspended accountant Subhash Meena consumed poison in bribery case, died during treatment, uproar in the family

Partap Singh Nagar
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पिलखुवा: रिश्वत मामले में निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा ने खाया जहर ,इलाज के दौरान मौत, परिवार में मचा कोहराम

Hapur News / Pilkhuwa / BharatiyaTalk News:  रिश्वत के आरोप में निलंबित किए गए लेखपाल सुभाष मीणा की गुरुवार तड़के इलाज के दौरान मौत हो गई। सुभाष मीणा को गंभीर हालत में वैशाली स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सुबह करीब 3:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। इस घटना के बाद परिजनों में शोक की लहर है, वहीं मामले ने प्रशासनिक महकमे में भी हलचल मचा दी है।

पूरा घटनाक्रम: कैसे बिगड़ी सुभाष मीणा की हालत?

सुभाष मीणा, जो पहले मेरठ जनपद के गांव बेगवाबाद से नायब तहसीलदार कार्यालय, धौलाना के लिए निकले थे, रास्ते में पिलखुवा में रुके। उनके ड्राइवर शाहिद के अनुसार, वहां किसी से मुलाकात की और तहसील पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद वे अचानक अस्वस्थ हो गए। ड्राइवर ने बताया कि मीणा ने उससे पानी मांगा और फिर तहसीलदार से मिलने के लिए कार्यालय में चले गए।

कुछ देर बाद शाहिद को शंका हुई, तो उसने अन्य लेखपालों को सूचना दी। जब वे पहुंचे, तो सुभाष मीणा तहसीलदार कार्यालय में नहीं मिले। बाद में वे नायब तहसीलदार के कार्यालय के पास उल्टी करते हुए पाए गए। स्थिति गंभीर होते देख उन्हें फौरन रामा अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें वैशाली के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया गया।

डीएम ने अस्पताल जाकर जाना था हाल

हापुड़ के जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय खुद बुधवार रात अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया था। लेकिन गुरुवार सुबह इलाज के दौरान सुभाष मीणा की मौत हो गई। गाजियाबाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में ले लिया है।

रिश्वत का आरोप और निलंबन की पृष्ठभूमि

तीन जून को गांव डहाना में जन चौपाल के दौरान ग्रामीण भूपेंद्र ने सुभाष मीणा पर ₹500 रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए डीएम ने उन्हें निलंबित कर दिया था।

हालांकि, अब इस मामले में नया मोड़ आया है। सुभाष मीणा के ड्राइवर शाहिद का आरोप है कि शिकायतकर्ता भूपेंद्र ने उनसे ₹5 लाख रुपये की मांग की थी। भूपेंद्र ने यह रकम शिकायत वापस लेने के बदले मांगी थी। सुभाष मीणा ने इस मांग को सख्ती से ठुकरा दिया था।

पारिवारिक स्तिथि और आगे की जांच

सुभाष मीणा के बेटे सचिन और अभिषेक, दोनों ही पिता के इलाज के समय अस्पताल में मौजूद थे। अब उनकी मौत के बाद परिवार गहरे सदमे में है। परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुलिस और प्रशासन भी अब घटना के हर पहलु की जांच में जुट गया है।

 

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