गर्भवती महिला और नवजात शिशु की मौत: दादरी में कृष्णा अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, डॉक्टर पर FIR दर्ज

Pregnant woman and newborn baby died: Krishna Hospital in Dadri accused of negligence, FIR lodged against doctor

Partap Singh Nagar
3 Min Read
गर्भवती महिला और नवजात शिशु की मौत: दादरी में कृष्णा अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, डॉक्टर पर FIR दर्ज

Dadri / भारतीय टॉक न्यूज़: सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के कैलाशपुर गांव में एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ एक गर्भवती महिला और उसके नवजात शिशु की कथित चिकित्सा लापरवाही के कारण मौत हो गई। मृतक महिला, कोमल, को डिलीवरी के लिए रेलवे रोड स्थित कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिवार ने अस्पताल और डॉक्टर राजीव पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

कैलाशपुर गांव निवासी कोमल को 2 जनवरी को डिलीवरी के लिए कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, डिलीवरी के दौरान कोमल की हालत बिगड़ने लगी। आरोप है कि कृष्णा अस्पताल के डॉक्टरों ने स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया और उन्हें आनन-फानन में किसी अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
जब कोमल को दूसरे अस्पताल ले जाया गया, तो वहां के डॉक्टरों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि कृष्णा अस्पताल में मरीज के बच्चे को जबरन निकालने की कोशिश की गई थी। जांच में पता चला कि गर्भ में ही बच्चे की मौत हो चुकी थी। दुर्भाग्यवश, बाद में कोमल की भी इलाज के दौरान मौत हो गई।

परिवार का आरोप और दो महीने बाद FIR

मृतका कोमल के पति सुनील ने आरोप लगाया है कि कृष्णा अस्पताल और डॉक्टर राजीव की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी और बच्चे की जान गई है। घटना के दो महीने बाद, सुनील ने हिम्मत जुटाकर कोतवाली दादरी में डॉक्टर राजीव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सुनील का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए और वे चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह का दुख न झेलना पड़े।

सीएमओ जांच और अस्पताल दोषी करार

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नोएडा ने एक जांच टीम गठित की थी। जांच टीम ने कृष्णा अस्पताल को लापरवाही का दोषी पाया। जांच रिपोर्ट में अस्पताल को कई कमियों और अनियमितताओं का दोषी पाया गया, जिसके परिणामस्वरूप कृष्णा अस्पताल का लाइसेंस और पंजीकरण निरस्त करने का फैसला लिया गया।
सीएमओ जांच में अस्पताल को दोषी पाए जाने के बाद, पुलिस प्रशासन ने भी हरकत में आते हुए डॉ. राजीव और कृष्णा अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है।

पुलिस अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।

आगे की कार्रवाई और न्याय की उम्मीद
एफआईआर दर्ज होने के बाद, पुलिस कृष्णा अस्पताल और डॉक्टर राजीव से पूछताछ कर सकती है। जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

 

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