Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा परिक्षेत्र में पल्ला-बोड़ाकी के निकट रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन चार लेन का रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) अब छह लेन का बनाया जाएगा। आईआईटीजीएनएल (इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड) की पहल पर दो अतिरिक्त लेन के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है, जिससे ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा।
एमएमटीएच का विकास
बोड़ाकी के पास विकसित हो रहे मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब में तीन प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं। इसमें बोड़ाकी हाल्ट को ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा, साथ ही अंतर्राज्यीय और लोकल बस अड्डा तथा मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत मिलेगी।
ओवर ब्रिज का महत्व
इस ओवर ब्रिज के निर्माण से पश्चिमी क्षेत्रों जैसे ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली से आने वाले लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर रोड को एनएच-91 से जोड़ा जा रहा है, जिससे दादरी और ग्रेटर नोएडा फेस 2 के क्षेत्रों से एमएमटीएच के बीच आवाजाही में सुधार होगा।
वित्तीय विवरण और निर्माण की समयसीमा
इस ओवर ब्रिज पर कुल खर्च लगभग 194 करोड़ रुपये होगा, जिसमें से करीब 75 करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और शेष राशि डी एफ सी सी द्वारा वहन की जाएगी। निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है और अगले डेढ़ साल में इसे पूरा करने की उम्मीद है।
भविष्य की योजनाएं
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने बताया कि इस ओवर ब्रिज से न केवल एमएमटीएच को लाभ होगा, बल्कि ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को भी सहूलियत मिलेगी। ग्रेटर नोएडा फेस 2 के विकास के लिए भी यह पुल एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
इस प्रकार, पल्ला-बोड़ाकी के पास बनने वाला यह रेलवे ओवर ब्रिज न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।