दादरी जारचा कोतवाली क्षेत्र के ऊंचा अमीरपुर गांव में एक समाज के लोगों ने । दलित बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। इसके बाद गांव में तनाव बढ़ गया। सूचना पाकर पुलिस के साथ एसडीएम दादरी मौके पर पहुंचे और लोगों से वार्ता की। करीब तीन घंटे बाद सहमति बनने पर पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया जा सका।

Greater Noida : यह घटना 18 तारीख़ दिन मंगलवार को जारचा के अमीरपुर गांव में एक वर्ग के लोगों ने श्मशान स्थल पर कर दिया। पुलिस के अनुसार, गांव में सोमवार रात जाटव समाज की विमला देवी (62) की आकस्मिक मौत हो गई थी। परिजन अंतिम संस्कार के लिए गांव स्थित श्मशान घाट पर जा रहे थे महिला के परिजनों ने जब विरोध जताया ते कुछ लोगों ने हाथापाई और मारपीट तक कर दी। करीब सात घंटे तक अंतिम संस्कार को लेकर हुए हंगामे के बाद पहुंचे पुलिस और शासन की टीम ने अपने सामने महिला का अंतिम संस्कार कराया। इस दौरान पुलिस ने हाथापाई करने वाले कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।
बताया जाता है कि जाटव समाज का स्मशान स्थल गांव में पहले था, लेकिन वर्तनी में दर्ज नहीं होने के कारण एनटीपीसी ने उस स्थान पर स्टेडियम बनवा दिया। जिससे समाज के लोगों में जब किसी की मौत होती तो अंतिम संस्कार की परेशानी होती। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे ऊंच अमीरपुर गांव निवासी राजेश की पत्नी विमलेश की मौत हो गई। परिजन जब अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे तो गांव के कुछ लोगों ने उन्हें मना कर दिया। विरोध करने पर आरोपियों ने मारपीट कर भगा दिया। जिसके बाद समाज में आक्रोश हो गया। बड़ी संख्या में भीड़ लग गई।
लंबे वक्त से दलित अलग श्मशान की मांग कर रहे हैं,
मारपीट करने वाले कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया वहीं हंगामा की सूचना पर पुलिस बल और जिला प्रशासन से एसडीएम विवेकानंद मिश्र भी पहुंच गए। प्रशासन की टीम ने आरोपियों को हिरासत में लेकर महिला का अपने सामने ही अंतिम संस्कार कराया। पीड़ितों का कहना है कि दो महीने पहले ब्रह्मपाल की मौत हुई थे। तब भी पुलिस ने ही अंतिम संस्कार कराया था।
तहसीलदार दादरी ओपी पासवान ने बताया कि ग्राम समाज की कुछ जमीन है। जल्द ही बैठक कर स्मशान की समस्या का समाधान किया जाएगा।
एसीपी-2 ग्रेनो अमित कुमार ने बताय कि मारपीट नहीं हुई थी। धक्कामुक्की हुई थी। शांतिपूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार करा दिया गया है।
सबसे हाई टैक जिला नोएडा गौतमबुधनगर, जहाँ कमिश्नर प्रणाली है और सबसे साक्षर जिला भी है लेकिन जातिवाद का वायरस कुछ विशेष वर्ग के लोगों में आज भी हावी है ये दोनों घटनाएं ग्रेटर नोएडा के गांव घोड़ी बछेड़ा और दादरी एनटीपीसी के गांव ऊंचा हमीरपुर की है
कब्रिस्तान में महिला का शव दफनाने पर विरोध
कोतवाली दादरी क्षेत्र के घोड़ी बछेड़ा गांव में 105 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत के बाद कब्रिस्तान में शव दफनाने पर ग्रामीणों ने विरोध किया। सूचना पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद महिला के शव को दफनाया गया। पुलिस ने बताया कि घोड़ी बछेड़ा गांव निवासी 105 वर्षीय महिला बतुलन का निधन हो गया। गांव के समीप करीब डेढ़ बीघा जमीन में कब्रिस्तान बना मुस्लिम समाज के लोग कब्रिस्तान में कब्र खोदने के लिए पहुंचे तो ग्रामीणों ने विरोध किया और कहा कि इस स्थान पर मंदिर बनाया जाएगा। इसकी सूचना किसी ने पुलिस को दे दी। पुलिस को देखकर विरोध करने वाले लोग भाग गए। पुलिस और ग्रामीणों के साथ बैठक में करीब एक घंटे तक वार्ता चली।