Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: नोएड उद्योग विहार (साई अपार्टमेंट) में आगामी आरडब्ल्यूए चुनाव में बाहरी हस्तक्षेप को लेकर निवासियों ने कड़ा विरोध जताया है। निवासियों का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से वैध और पारदर्शी तरीके से संचालित हो रही थी, लेकिन अचानक एक सरकारी आदेश ने इसमें बाधा डाल दी है।
वैधानिक प्रक्रिया के तहत संचालित हो रहा था चुनाव
उद्योग विहार (साई अपार्टमेंट), सेक्टर-71, नोएडा में रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) का चुनाव 28 फरवरी 2025 से गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी, डीजीसी सिविल, और नियुक्त चुनाव अधिकारी (ग्रामोद्योग अधिकारी) की देखरेख में चल रहा है। निवासियों के अनुसार, पूरी चुनाव प्रक्रिया वैधानिक नियमों, पारदर्शिता और निष्पक्षता के सिद्धांतों का पालन करते हुए संचालित हो रही थी।
डिप्टी रजिस्ट्रार के अप्रत्याशित आदेश से विवाद
हालांकि, 24 मार्च 2025 को गाजियाबाद कार्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा एक अप्रत्याशित आदेश जारी किया गया। इस आदेश में बिना किसी पूर्व सूचना, जांच या संबंधित अधिकारियों (जिलाधिकारी, डीजीसी सिविल, और चुनाव अधिकारी) से परामर्श किए, चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप करते हुए चुनाव अधिकारी को बदलने का निर्देश दिया गया। इस आदेश ने सोसाइटी के निवासियों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है।
झूठी सूचना पर आधारित है हस्तक्षेप
निवासियों का आरोप है कि डिप्टी रजिस्ट्रार का यह आदेश एक ऐसे व्यक्ति द्वारा दी गई झूठी और भ्रामक जानकारी पर आधारित है, जो न तो सोसाइटी का वैध सदस्य है और न ही पंजीकृत समिति का हिस्सा। उनका कहना है कि यह व्यक्ति शुरुआत से ही चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रहा है।
नियमों के अनुसार हो रही है चुनाव प्रक्रिया
सोसाइटी के निवासियों ने स्पष्ट किया है कि चुनाव प्रक्रिया मान्य पंजीकृत उपनियमों और सभी संबंधित प्रशासनिक स्वीकृतियों के अनुसार संचालित हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि डीएम कार्यालय, डीजीसी सिविल और चुनाव अधिकारी द्वारा इस प्रक्रिया को विधिवत सत्यापित भी किया गया है।
प्रशासन और मीडिया से हस्तक्षेप की मांग
इस मामले में उद्योग विहार (साई अपार्टमेंट) के निवासी बृजेश गुर्जर ने प्रशासन, मीडिया और जनप्रतिनिधियों से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
– डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा 24 मार्च 2025 को जारी किए गए आदेश को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
– झूठी सूचना देने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
– चुनाव प्रक्रिया को पंजीकृत उपनियमों के अनुसार यथावत जारी रखा जाए।
लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का प्रश्न
बृजेश गुर्जर ने जोर देकर कहा कि यह मामला केवल एक सोसाइटी का नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था, पारदर्शिता और विधिक प्रक्रिया की मर्यादा की रक्षा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
संपर्क: बृजेश गुर्जर, निवासी, उद्योग विहार (साई अपार्टमेंट), पॉकेट बी-2, सेक्टर-71, नोएडा, 📞 9717755664