Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा/दादरी। जिले की तीनों तहसीलों में शनिवार को आयोजित ‘संपूर्ण समाधान दिवस’ में जनता की समस्याओं का अंबार लगा, जहां कुल 173 शिकायतें दर्ज की गईं। हालांकि, इनमें से केवल 8 शिकायतों का ही मौके पर निस्तारण हो सका। दादरी तहसील में जनसुनवाई की अध्यक्षता कर रहीं जिलाधिकारी मेधा रूपम ने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि शिकायतों का निस्तारण केवल खानापूर्ति न होकर पूरी गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं: डीएम
दादरी तहसील में सर्वाधिक 132 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें राजस्व, पुलिस, विकास, और अन्य विभागों से संबंधित मामले शामिल थे। इनमें से 8 मामलों का तत्काल निस्तारण करा दिया गया। शिकायतों के निस्तारण की धीमी प्रगति पर डीएम मेधा रूपम ने कहा, “सभी विभागीय अधिकारी समाधान दिवस की गंभीरता को समझें। यह शासन की प्राथमिकता का कार्यक्रम है और इसका उद्देश्य जनता की समस्याओं का एक ही छत के नीचे त्वरित और संतोषजनक समाधान प्रदान करना है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि फरियादियों की उम्मीदें टूटनी नहीं चाहिए और वे स्वयं निस्तारित हो चुकी शिकायतों की आख्या की औचक जांच करेंगी।
अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई, वेतन रोका
समाधान दिवस के प्रति उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों पर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाया। दादरी तहसील में 5 विभागों के अधिकारियों के अनुपस्थित पाए जाने पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, इन सभी अधिकारियों का एक दिन का वेतन भी रोकने का आदेश दिया गया है। इस कार्रवाई से जिले के अधिकारीयों में हड़कंप मच गया है।
जेवर और सदर में भी सुनी गईं समस्याएं
जिले की अन्य तहसीलों में भी समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जेवर तहसील में 38 शिकायतें प्राप्त हुईं, जबकि सदर तहसील में केवल तीन शिकायतें ही दर्ज की गईं। सभी शिकायतों को संबंधित विभागों को अग्रसारित करते हुए एक निश्चित समय सीमा के भीतर उनके गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए हैं।
समाधान दिवस की कार्यवाही के उपरांत जिलाधिकारी मेधा रूपम ने तहसील परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।