Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ दादरी : संकल्प संस्था ने आज बादलपुर गांव में एक ऐसे परिवार को सम्मानित किया जिसने दहेज की सामाजिक बुराई के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया है। यह सम्मान बलवंत दायमा के परिवार को दिया गया, जिनके बेटे सिद्धार्थ ने बिना किसी दहेज की मांग के श्रुति के साथ विवाह किया। श्रुति स्वर्गीय श्री वेदपाल नागर की बेटी हैं और बादलपुर की निवासी हैं।
दहेज मुक्त विवाह बना मिसाल:
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली एनसीआर में जहां शादियां अक्सर भारी-भरकम दहेज और दिखावे के साथ होती हैं, वहीं गुर्जर समाज के जमरूदपुर (दिल्ली) निवासी बलवंत दायमा के बेटे सिद्धार्थ ने इस परंपरा को तोड़ते हुए एक सादा विवाह किया। सिद्धार्थ, जो पेशे से इंजीनियर हैं, का विवाह 23 फरवरी को बादलपुर निवासी श्रुति के साथ हुआ। श्रुति दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। इस विवाह में वर पक्ष ने कन्यादान, चिट्ठी और लगन की रस्मों में केवल 101 रुपये स्वीकार किए और किसी भी प्रकार के दहेज या अन्य सामान की मांग नहीं की।
संकल्प संस्था ने किया सम्मानित:
संकल्प संस्था ने इस सराहनीय पहल के लिए आज बादलपुर गांव पहुंचकर वर पक्ष के परिवार को सम्मानित किया। संस्था के सदस्यों ने बलवंत दायमा और उनके परिवार को पगड़ी पहनाई, फूल मालाएं अर्पित कीं और उन्हें एक मोमेंटो भेंट किया।
दहेज प्रथा के खिलाफ एक आदर्श:
संकल्प संस्था के संस्थापक भूपेन्द्र नागर ने इस अवसर पर कहा कि गुर्जर समाज में दहेज का प्रचलन एक गंभीर समस्या है। ऐसे में बलवंत चौधरी के परिवार ने बिना दहेज विवाह करके समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि समाज के अन्य लोगों को भी इस पहल से प्रेरणा लेनी चाहिए और दहेज की समस्या के समाधान के लिए आगे आना चाहिए।
कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति:
इस सम्मान समारोह में संकल्प संस्था के महासचिव अमित नागर, उपाध्यक्ष नरेश खारी, सचिव आदेश नागर, सह-सचिव मनोज नागर और क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इनमें जगदीश नंबरदार, श्यामेन्द्र ओमपाल प्रमुख, अरविंद प्रधान, नरेंद्र नंबरदार, महेंद्र प्रधान, राजेन्द्र नागर (अध्यक्ष, एनडीएमसी), योगेश नागर, एडवोकेट कपिल नागर आदि प्रमुख थे। सभी उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश बताया।