Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: दिल्ली से सटे नोएडा में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। पिछले महज तीन दिनों के भीतर सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है, जिसने जिला स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है और आवश्यक कदम उठा रहा है। राहत की बात यह है कि सभी संक्रमित मरीजों का इलाज फिलहाल होम आइसोलेशन में ही किया जा रहा है और किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं।
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10 से बढ़कर 15 हुई सक्रिय मरीजों की संख्या
जिला निगरानी अधिकारी डॉ. टीकम सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को जब कोविड पोर्टल को अपडेट किया गया, तो जिले में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 10 से बढ़कर 15 हो गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी मरीजों की हालत स्थिर बनी हुई है और उनमें कोरोना के कोई गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिले हैं।
चेन्नई से लौटा एक व्यक्ति भी शामिल, संपर्क में आए लोग सुरक्षित
नए संक्रमित पाए गए मरीजों में एक 43 वर्षीय व्यक्ति भी शामिल है, जो सेक्टर-119 का निवासी है। यह व्यक्ति 21 मई को चेन्नई से यात्रा करके लौटा था। इसके अतिरिक्त, अन्य सभी मरीज नोएडा और ग्रेटर नोएडा के विभिन्न सेक्टरों के निवासी हैं। स्वास्थ्य विभाग के लिए राहत की खबर यह है कि इन संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए किसी भी व्यक्ति में अब तक कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं।
मरीजों में केवल सामान्य लक्षण, जीनोम सिक्वेंसिंग की तैयारी
डॉ. टीकम सिंह ने बताया, “फिलहाल सभी संक्रमित मरीजों में बुखार, खांसी और गले में खराश जैसे सामान्य लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं। किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं हैं, और सभी को उनके घरों पर ही आइसोलेट कर उनका इलाज किया जा रहा है। सात दिनों की अवधि पूरी होने के बाद इन सभी मरीजों की दोबारा जांच की जाएगी।”
इसके साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने सभी नए संक्रमितों के नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए मंगवाए हैं। यह प्रक्रिया निजी अस्पतालों के माध्यम से पूरी की जा रही है। इन नमूनों को जांच के लिए दिल्ली या लखनऊ स्थित प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह संक्रमण कोरोना वायरस के किस वेरिएंट के कारण फैल रहा है।
अस्पताल प्रशासन भी मुस्तैद, आरटीपीसीआर जांच जल्द होगी शुरू
आने वाली किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए जिला अस्पताल प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा को फिर से सक्रिय किया जा रहा है और इसके लिए आवश्यक वीटीएम (Virus Transport Medium) किट मंगवाई जा चुकी हैं। उम्मीद है कि अगले एक-दो दिनों के भीतर अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए मानसिक और चिकित्सकीय रूप से पूरी तरह तैयार हैं। यह अस्पताल पहले भी एक समर्पित कोविड अस्पताल के रूप में कार्य कर चुका है, इसलिए हमारे पास लॉजिस्टिक से लेकर मेडिकल सुविधाओं तक सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।”
नागरिकों से सतर्क रहने और भीड़ से बचने की अपील
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक बार फिर नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की है। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक रूप से भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने, मास्क का नियमित रूप से प्रयोग करने और कोरोना से संबंधित किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच कराने का आग्रह किया है।