Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर 2023 जैसी विनाशकारी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पहाड़ों में हो रही लगातार भारी बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी के स्तर को पार कर गया है, जिससे सरकार और प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि सोमवार-मंगलवार की आधी रात से यमुना अपना रौद्र रूप दिखा सकती है, जिससे दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।
रविवार शाम 4 बजे यमुना का जलस्तर 204.60 मीटर दर्ज किया गया, जो 204.50 मीटर के चेतावनी स्तर से ऊपर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने यमुना के तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी कर दी है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा है।
हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खोले गए,दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा बढ़ा, हथिनी कुंड बैराज से करीब 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया,लगातार बैराज पर सायरन बज रहे है।#DelhiNCR pic.twitter.com/2PPW3pkPyE
— BT News |Bharatiya Talk| (@BharatiyaTalk) August 17, 2025
हथिनीकुंड से छोड़ा गया पानी बढ़ाएगा मुश्किल
दिल्ली में बाढ़ की आशंका का मुख्य कारण हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा पानी है। रविवार शाम 4 बजे बैराज से 1,78,996 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके देर रात करीब 2 बजे तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस पानी के पहुंचने के बाद यमुना का जलस्तर 206 मीटर के खतरे के निशान को भी पार कर सकता है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो जाएगी।
प्रशासन मुस्तैद, 24 घंटे निगरानी जारी
खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। राजस्व विभाग के नोडल अधिकारी और एसडीएम संदीप यादव ने बताया, “हम बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारी बोट, गोताखोर, और सभी संबंधित विभागों की टीमें मुस्तैद हैं। गीता कॉलोनी स्थित फ्लड कंट्रोल रूम से 24 घंटे यमुना की निगरानी की जा रही है और मुख्यमंत्री को लगातार अपडेट दिया जा रहा है।” यमुना बाजार जैसे संवेदनशील इलाकों में नदी किनारे दीवारों को मजबूत किया जा रहा है, हालांकि आसपास के सीवर अभी से ओवरफ्लो होने लगे हैं, जो चिंता का विषय है।
जब 2023 में टूटा था 45 साल का रिकॉर्ड
दिल्लीवासी अभी पिछले साल आई भयावह बाढ़ की यादों से उबरे भी नहीं हैं। जुलाई 2023 में यमुना ने अपना 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया था और जलस्तर 208.48 मीटर के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया था। उस दौरान हथिनीकुंड बैराज से 3.44 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया था, जिससे कश्मीरी गेट ISBT, आउटर रिंग रोड, यमुना बाजार और यमुना खादर के इलाके पूरी तरह डूब गए थे। हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा था और जन-जीवन महीनों तक प्रभावित रहा था।
यमुना के पिछले बाढ़ रिकॉर्ड
| वर्ष | जलस्तर (मीटर में) |
| 1963 | 205.40 |
| 1978 | 207.49 |
| 2010 | 207.11 |
| 2013 | 207.32 |
| 2023 | 208.48 |
आने वाले 24 से 48 घंटे दिल्ली के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि प्रशासन और नागरिक दोनों ही यमुना के बढ़ते जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारी कर रहे हैं।