Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) नोएडा यूनिट और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक संयुक्त कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक सक्रिय सदस्य और शार्प शूटर नवीन को मार गिराया। नवीन 2008 से अपराध की दुनिया में सक्रिय था और सुपारी किलर जग्गू पहलवान की हत्या के बाद उसके गैंग का सरगना बन गया था। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें नवीन घायल हो गया और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इस कार्रवाई में दिल्ली पुलिस के एक उप निरीक्षक और एसटीएफ के एक मुख्य आरक्षी भी घायल हुए हैं।

मुठभेड़ और नवीन की मौत
एसटीएफ फील्ड इकाई नोएडा के अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नवीन कुमार अपने एक साथी के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए आने वाला है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी की। जैसे ही बाइक सवार दो बदमाश वहां पहुंचे, उन्हें रुकने का इशारा किया गया। इस पर पीछे बैठे नवीन ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें नवीन घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद नवीन का शव परिजनों को सौंप दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, नवीन को तीन गोलियां लगी थीं, जो उसकी छाती और बाजू से पार हो गईं थीं।
हत्या, अपहरण और मकोका समेत 21 मुकदमे दर्ज
मृतक नवीन पर हत्या का प्रयास, डकैती, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट और मकोका जैसे संगीन आरोपों में कुल 21 मुकदमे दर्ज थे। उसके खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और मुजफ्फरनगर सहित कई जिलों में मामले दर्ज थे। पुलिस के अनुसार, नवीन लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य था, जो देश भर में व्यापारियों से उगाही करता है।
कौन था खूंखार जग्गू पहलवान?
नवीन, कुख्यात गैंगस्टर जोगिंदर उर्फ जग्गू पहलवान गैंग से जुड़ा हुआ था, जो गाजियाबाद के लोनी इलाके के निरी गांव का रहने वाला था। जग्गू पहलवान पर हत्या, जबरन वसूली और फिरौती जैसे 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे। उसने 2011 में पुलिस हिरासत के दौरान दावा किया था कि उसने 100 से ज्यादा हत्याएं की हैं। उस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 हजार रुपये और हरियाणा पुलिस ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। 2012 में जग्गू पहलवान की हत्या के बाद नवीन ने उसके गैंग का नेतृत्व संभाला था।
पत्नी के प्रसव के बाद फरार, चार साल से दे रहा था चकमा
पुलिस के मुताबिक, नवीन पिछले चार सालों से पुलिस को चकमा दे रहा था। उसे 2021 में पत्नी के प्रसव के कारण पैरोल मिली थी, लेकिन छह दिसंबर 2021 को सरेंडर करने के बजाय वह फरार हो गया था। पुलिस ने बताया कि नवीन ने सात दिसंबर 2024 को दिल्ली के फर्श बाजार इलाके में एक बर्तन कारोबारी सुनील जैन की पहचान के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी।