Noida News: घर बनाना, उद्योग स्थापित करना और नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक संस्थान खोलना महंगा हो सकता है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संपत्तियों की आवंटन दरें बढ़ सकती हैं।
देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों को झटका लग सकता है। वास्तव में, इन शहरों में घर बनाना, उद्योग स्थापित करना और संस्थान खोलना महंगा हो सकता है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संपत्तियों की आवंटन दरें बढ़ सकती हैं। इसका प्रस्ताव दोनों प्राधिकरणों की बोर्ड बैठकों में आएगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक 15 जून को और नोएडा प्राधिकरण की बैठक 16 जून को प्रस्तावित है।बैठक में संपत्ति की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रखने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा, कई और प्रस्तावों को बोर्ड के एजेंडे में शामिल किए जाने की उम्मीद है। यह बैठक पहले से ही होनी थी लेकिन चुनाव आचार संहिता के कारण नहीं हो सकी। वित्तीय बजट को भी नोएडा प्राधिकरण की बैठक में शामिल किया जाएगा।
आवासीय संपत्ति आवंटन दरों में 5-7 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
नोएडा प्राधिकरण संपत्ति के आवंटन की दरें बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। आवासीय संपत्तियों की आवंटन दरों में 5-7 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। पिछले साल आवास संपत्ति की दरों में 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोएडा अथॉरिटी की बैठक में हाउसिंग की दरें 5-7 फीसदी और इंडस्ट्रियल और इंस्टीट्यूशनल प्रॉपर्टी की दरें 10 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव है। वाणिज्यिक संपत्ति की दरों में कोई बदलाव नहीं होगा।
वित्त वर्ष 24 में 6,920 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया था
वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए नोएडा प्राधिकरण का बजट भी पारित किया जाएगा। यह करीब 7 हजार करोड़ रुपये हो सकता है। इसमें से लगभग 1,100 करोड़ रुपये सिविल कार्यों पर खर्च होने की उम्मीद है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 6,920 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया था।