Greater Noida / BT News : ग्रेटर नोएडा, भारत – ग्रेटर नोएडा में भूमि लीजबैक प्रकरणों में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बुधवार को खैरपुर गुर्जर गांव का दौरा किया। एसआईटी अध्यक्ष डॉ. अरुणवीर सिंह ने अतिरिक्त सीईओ (एसीईओ) सुनील कुमार सिंह के साथ मिलकर 42 लीजबैक मामलों की मौके पर जांच की और संबंधित किसानों से साक्ष्य एकत्रित किए। जो किसान इस दौरान उपस्थित नहीं हो सके, उन्हें 14 मई, 2025 को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीएनआईडीए) कार्यालय में अपने साक्ष्य प्रस्तुत करने का एक और अवसर दिया गया है।

एसआईटी का खैरपुर दौरा और साक्ष्य संकलन
बुधवार को एसआईटी अध्यक्ष डॉ. अरुणवीर सिंह और एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने खैरपुर गुर्जर गांव पहुंचकर लीजबैक से जुड़े 42 प्रकरणों की गहन जांच की। टीम ने मौके पर मौजूद किसानों से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज किए और संबंधित दस्तावेज व साक्ष्य प्राप्त किए। एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि कुछ किसान किन्हीं कारणोंवश मौके पर उपस्थित नहीं हो पाए थे और अपने अभिलेख जमा नहीं कर सके। ऐसे किसानों को राहत देते हुए उन्हें अगले बुधवार, यानी 14 मई, 2025 को सुबह लगभग 10 बजे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में एसआईटी के समक्ष अपने दस्तावेज, साक्ष्य और बयान प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया है।
लीज बैक में गड़बड़ी की शिकायतों पर एसआईटी का गठन
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा में आबादी की भूमि के लीजबैक में अनियमितताओं की शिकायतें मिलने के बाद शासन ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन पहले ही 1451 प्रकरणों में लीजबैक की अनुमति दे चुका है, और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इन मामलों में लीजबैक की प्रक्रिया पूरी कर रहा है।
शेष प्रकरणों की जांच जारी
वर्तमान में, एसआईटी शेष 86 प्रकरणों की जांच कर रही है। बुधवार को खैरपुर गुर्जर गांव में एसआईटी के दौरे के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी गिरीश कुमार झा, ओएसडी जितेंद्र गौतम, तहसीलदार सचेंद्र बहादुर सिंह और लेखपाल समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। इस जांच का उद्देश्य लीजबैक प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है।