जानिए कब है सोमवती अमावस्या 2 या 3 सितंबर | Somvati Amavasya Kab Hai | भाद्रपद अमावस्या की तिथि
अमावस्या तिथि शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि से अगले दिन आती है । अमावस्या तिथि हर माह 1 बार आती है । अमावस्या तिथि विशेषकर पितृ एवम कुल देवी देवताओं की पूजा के लिए होती है । अगर किसी कारणवश आपके पितृ या फिर कुल देवी देवता आपसे रूष्ट चल रहे है तो आप सोमवती अमावस्या तिथि पर उनकी पूजा करके उनको प्रसन्न कर सकते है । आइए जानते है सोमवती अमावस्या का महत्व ।
सोमवती अमावस्या का महत्व | Somvati Amavasya Ka Mehetva
सोमवार का दिन हिंदू धर्म मैं विशेषकर नाथो के नाथ , देवों के देव महादेव शिव शंभू को समर्पित है । जिसके भाग्य मैं कुछ नहीं लिखा होता , अगर वह सच्चे मन से भोलेनाथ सहित माता पार्वती की आराधना कर ले तो निसंदेह उसका भाग्य बदल जाएगा , ओर वह भक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति अवश्य करेगा ।
सोमवार को अमावस्या पड़ने के कारण इसको सोमवती अमावस्या कहते है । अगर आपके पितृ आपसे रूष्ट है तो आप शिव परिवार की आराधना करके उनसे पितृ शांति के लिए प्रार्थना करे अवश्य महादेव कृपा करेंगे । यह महत्व है सोमवती अमावस्या का । आइए जानते है कब है भाद्रपद माह मैं पड़ने वाली सोमवती अमावस्या।
सोमवती अमावस्या तिथि और समय | Somvati Amavasya Date And Time | Somvati Amavasya Yog | सोमवती अमावस्या योग
सोमवती अमावस्या पर शिव योग के साथ साथ सिद्धि योग भी बन रहा है । इस योग मैं अगर आप किसी तीर्थ पर स्नान और दान करते है तो उससे आपके भाग्य मैं बदलाव अवश्य आयेगा ।
पंचांग के अनुसार अमावस्या तिथि का आरंभ 2 सितंबर को प्रातः 5 बजकर 21 मिनट पर होगा , एवम अमावस्या तिथि का समापन 3 सितंबर को सुबह 7 बजकर 53 मिनट पर होगा ।
सूर्योदय के अनुसार सोमवती अमावस्या तिथि 2 सितंबर दिन सोमवार को पड़ रही है । शिव योग 2 सितंबर को सुबह 6 बजकर 18 मिनट तक रहेगा एवम सिद्धि योग 3 सितंबर की सुबह 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा ।