Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़ : ग्रेटर नोएडा के जिम्स कॉलेज (JIMS College) में एक छात्र की आत्महत्या ने कॉलेज प्रशासन और शिक्षकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि अटेंडेंस को लेकर कॉलेज द्वारा लगातार टॉर्चर और मेंटल हैरेसमेंट के कारण छात्र ने 18वीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोहित कृष्ण रावल के नेतृत्व में हजारों छात्रों ने कॉलेज के खिलाफ धरना शुरू किया, जिसमें दोषियों के खिलाफ FIR और सजा की मांग की गई।
आत्महत्या का कारण: कॉलेज और शिक्षकों पर आरोप
पीड़ित छात्र ने सुसाइड नोट में साफ लिखा कि उसकी मौत का जिम्मेदार कॉलेज और उसके शिक्षक हैं। जानकारी के मुताबिक, छात्र ने शिक्षक से अटेंडेंस के लिए दबाव न डालने की गुहार लगाई थी, लेकिन इसके बावजूद शिक्षक ने उसके घर फोन कर दिया। घरवालों का सामना करने में असमर्थ छात्र ने यह कठोर कदम उठाया। सुसाइड नोट में उसने कॉलेज की मानसिक प्रताड़ना को अपनी मौत का कारण बताया। यह घटना नॉलेज पार्क क्षेत्र के कॉलेजों में छात्रों के साथ होने वाले कथित उत्पीड़न को उजागर करती है।
छात्रों का गुस्सा: सपा के नेतृत्व में धरना
घटना के बाद सपा नेता मोहित नागर , कृष्ण रावल ने जिम्स कॉलेज के बाहर धरना शुरू किया, जिसमें हजारों छात्र शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि कॉलेज प्रशासन और दोषी शिक्षकों के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज की जाए और उन्हें जेल भेजा जाए। मोहित ने चेतावनी दी कि अगर शासन ने एक हफ्ते के भीतर कार्रवाई नहीं की, तो समाजवादी छात्र सभा जिम्स कॉलेज पर दिल्ली रात का अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेगी। उन्होंने कहा, “जब तक पीड़ित छात्र आदित्य को न्याय नहीं मिलेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।”
नॉलेज पार्क में कॉलेजों की मनमानी: छात्र सभा का आरोप
सपा के जिला उपाध्यक्ष कृष्ण रावल ने कहा कि नॉलेज पार्क के कॉलेज आए दिन छात्रों को अटेंडेंस और अन्य मुद्दों के लिए परेशान करते हैं। उन्होंने इसे “मानसिक उत्पीड़न का खुला खेल” करार देते हुए कहा कि यह पहली घटना नहीं है। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करता है और दबाव बनाकर उन्हें मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश करता है।
बड़ा आंदोलन की चेतावनी: प्रशांत भाटी का बयान
समाजवादी छात्र सभा के नेता प्रशांत भाटी ने कॉलेजों की मनमानी पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “अगर ग्रेटर नोएडा में कॉलेजों का यह रवैया जल्द बंद नहीं हुआ, तो छात्र सभा एक बड़ा आंदोलन करेगी।” उन्होंने सरकार और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। प्रशांत ने छात्रों से एकजुट होने और अपने हक के लिए लड़ने का आह्वान भी किया।
न्याय की मांग और भविष्य की राह
यह घटना न केवल जिम्स कॉलेज, बल्कि पूरे नॉलेज पार्क क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के साथ व्यवहार पर सवाल उठाती है। सपा और छात्र सभा ने इस मामले को सामाजिक न्याय से जोड़ते हुए दोषियों को सजा दिलाने की ठानी है। अब सबकी नजर प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी है, क्योंकि एक हफ्ते का अल्टीमेटम खत्म होने के बाद आंदोलन और तेज होने की संभावना है।