Uttar Pradesh News/ लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देश की सैन्य शक्ति को और मजबूती प्रदान करने वाली ब्रह्मोस एयरोस्पेस की इंटीग्रेशन एवं टेस्टिंग फैसिलिटी परियोजना का लोकार्पण किया गया। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल माध्यम से इस महत्वपूर्ण इकाई का उद्घाटन किया, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे। यह यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत ₹300 करोड़ की लागत से लखनऊ नोड के भटगांव में स्थापित की गई है और इसे देश का सबसे बड़ा ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर बताया जा रहा है।

यूपी डिफेंस कॉरिडोर का गौरव
इस अवसर पर बोलते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा, “आज जो ब्रह्मोस फैसिलिटी शुरू हो रही है, मैं समझता हूं, वह यूपी डिफेंस कॉरिडोर का गौरव होगा। यह सिर्फ उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि देश का सबसे बड़ा ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर है।” उन्होंने इतने कम समय में इस फैसिलिटी की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के विशेष योगदान की सराहना की। रक्षा मंत्री ने इस दिन को महत्वपूर्ण बताते हुए 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पोखरण में हुए परमाणु परीक्षणों को भी याद किया, जिसने दुनिया को भारत की ताकत दिखाई थी।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान को कड़ा संदेश
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान और आतंकवाद पर कड़े शब्दों में प्रहार किया। उन्होंने कहा, “अभी आपने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत की एक झलक देखी होगी। और अगर नहीं देखी तो किसी पाकिस्तानी से पूछ लेना कि ब्रह्मोस मिसाइल का असर क्या होता है।” उन्होंने आगे कहा कि आज हमारे भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम से दुश्मन देश थर-थर कांप रहा है और ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को विफल करते हुए उनके एयरबेस पर अपनी धमक दिखाई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा, “भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम के साथ-साथ संयम का भी परिचय देते हुए पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया है। हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही नहीं कार्रवाई की बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है।”
आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम
रक्षा मंत्री ने इस परियोजना को रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के प्रयास को मजबूती प्रदान करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह परीक्षण हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, रक्षा कर्मियों और कई अन्य हितधारकों के अथक प्रयासों का परिणाम था। इस फैसिलिटी का लोकार्पण नए भारत के नए उत्तर प्रदेश, समृद्ध एवं सशक्त उत्तर प्रदेश की झांकी प्रस्तुत करता है।
सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक
कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि वर्तमान समय में जब भारतीय सेना देश की अस्मिता और अखंडता की रक्षा के लिए अपने शौर्य व पराक्रम का सर्वोच्च प्रदर्शन कर रही है, ऐसे समय में इस कार्यक्रम का महत्व एवं प्रासंगिकता कई गुना बढ़ जाती है।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, राज्यसभा सदस्य श्री दिनेश शर्मा, श्री सुधांशु त्रिवेदी, श्री संजय सेठ, श्री बृजलाल, महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।