Noida News/ Bharatiya Talk News: नक्शा पास कराने में होने वाली देरी और भ्रष्टाचार की शिकायतों को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण अब इस पूरी प्रक्रिया में बड़े बदलाव की तैयारी में है। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ की समीक्षा बैठक के बाद प्राधिकरण स्तर पर यह फैसला लिया गया है कि नक्शा पास कराने की मौजूदा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और सरल बनाया जाएगा।
अब नोड्यूज सर्टिफिकेट के लिए नहीं करनी होगी दौड़
अब तक नक्शा पास कराने के लिए आवंटी को अलग-अलग विभागों से ‘नोड्यूज सर्टिफिकेट’ लाने की मशक्कत करनी पड़ती थी, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती थी। नई व्यवस्था में इन विभागों से ऑनलाइन सर्वर के माध्यम से ही जानकारी जुड़ जाएगी, जिससे आवंटी को राहत मिलेगी और भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम होगी।
ऑनलाइन बिल्डिंग प्लान सॉफ्टवेयर में बदलाव
प्राधिकरण ने नक्शा पास करने के लिए “ऑनलाइन बिल्डिंग प्लान अप्रूवल सिस्टम” नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। आवेदन करने के बाद यह सॉफ्टवेयर स्वतः गणना करता है और त्रुटियों पर आपत्ति दर्ज करता है। अभी तक यह आपत्तियां केवल आर्किटेक्ट के पास जाती थीं, जिससे अधिकारी प्रक्रिया की शुरुआत में अनजान रहते थे।
अब प्रस्ताव है कि सॉफ्टवेयर से जनरेट होने वाली आपत्तियों की जानकारी अधिकारियों को भी उसी समय मिल जाए, ताकि वे भी निगरानी कर सकें और जरूरत पड़ने पर समय रहते दखल दे सकें।
गलती करने वाले आर्किटेक्ट होंगे ब्लैकलिस्ट
बड़ी संख्या में यह भी शिकायतें मिली हैं कि कुछ आर्किटेक्ट जानबूझकर तकनीकी त्रुटियां छोड़ देते हैं ताकि बाद में आवंटी को बार-बार दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ें। अब ऐसी गलती करने वाले आर्किटेक्ट्स को पहले चेतावनी दी जाएगी और फिर भी सुधार न करने पर ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
एक दिन में पास, तो कहीं महीनों की देरी क्यों?
मंत्री नंदी ने सवाल उठाया कि जब कुछ नक्शे एक दिन में पास हो जाते हैं तो फिर कुछ मामलों में एक महीना क्यों लग रहा है? इसी सवाल के जवाब में इस पूरी प्रक्रिया की समीक्षा की गई और अब इसमें आंतरिक सुधार के संकेत मिल रहे हैं।