Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: नोएडा और ग्रेटर नोएडा को गाजियाबाद से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण शाहबेरी गांव के रास्ते के चौड़ीकरण का कार्य आखिरकार पूरा हो गया है। आरसीसी सड़क के पूरी तरह से सूखने और मजबूतीकरण के बाद, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस मार्ग को 22 या 23 मई को खोलने का दावा किया है। इस रास्ते के खुलने से रोजाना लगने वाले भीषण जाम से हजारों वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी।
रास्ता चौड़ीकरण: जाम से निजात की कवायद
शाहबेरी गांव का यह रास्ता नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है। पिछले काफी समय से इस संकरे रास्ते पर रोजाना भीषण जाम की समस्या बनी हुई थी, जिससे लोगों का काफी समय बर्बाद होता था और उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने रास्ते को दोनों तरफ से 1.5-1.5 मीटर चौड़ा करने का निर्णय लिया था।
निर्माण कार्य और देरी: बढ़ीं मुश्किलें
प्राधिकरण ने 25 मार्च को रास्ता बंद कर चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया था। शुरुआती योजना के अनुसार, इस कार्य को 20 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, निर्माण प्रक्रिया और आरसीसी सड़क के निर्माण के चलते यह कार्य निर्धारित समय सीमा से काफी आगे बढ़ गया। लगभग दो महीने तक रास्ता बंद रहने के कारण वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जो सफर सामान्य दिनों में 10 मिनट में पूरा होता था, उसके लिए लोगों को 60 से 90 मिनट तक का समय लग रहा था, जिससे उनके दैनिक जीवन पर काफी असर पड़ा।
प्राधिकरण का आश्वासन और यातायात पुलिस की भूमिका
लंबे इंतजार और लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए यातायात पुलिस ने भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जल्द से जल्द रास्ता खोलने का आग्रह किया था। अब प्राधिकरण के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सड़क के आरसीसी हिस्से के पूरी तरह से गीला होने और उसके सेट होने के लिए आवश्यक समय दिया गया है ताकि सड़क की मजबूती सुनिश्चित हो सके। अधिकारियों के अनुसार, अब यह इंतजार खत्म होने वाला है और 22 या 23 मई को रास्ते को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
लोगों को मिलेगी बड़ी राहत
शाहबेरी रास्ते के खुलने से न सिर्फ नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के बीच आवागमन सुगम होगा, बल्कि रोजाना जाम में फंसने वाले हजारों लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। इससे उनके समय की बचत होगी और ईंधन की खपत भी कम होगी। उम्मीद है कि चौड़ीकरण के बाद यह मार्ग यातायात के दबाव को बेहतर ढंग से झेल पाएगा और भविष्य में जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी।