Greater Noida / Bharatiya Talk News : ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (यीडा) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए यमुना सिटी में सेक्टर 17-ए और सेक्टर 22-ई में अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीन विश्वविद्यालयों को 10-10 एकड़ के भूखंड आवंटित करने का फैसला किया है। इनमें आचार्य कुंद कुंद मंगलायतन विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी मिशन विश्वविद्यालय शामिल हैं।
शैक्षिक हब के रूप में उभर रहा ग्रेटर नोएडा
इस आवंटन के साथ, ग्रेटर नोएडा शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है। नोएडा एयरपोर्ट की निकटता और यमुना प्राधिकरण द्वारा विकसित किए जा रहे बुनियादी ढांचे ने इस क्षेत्र को शिक्षण संस्थानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।
कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद हुआ आवंटन
यमुना प्राधिकरण ने विश्वविद्यालयों के लिए पांच भूखंडों पर प्रस्ताव मांगे थे। इन भूखंडों के लिए हुए साक्षात्कार में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई। साक्षात्कार में आवेदकों को निर्धारित मानकों को पूरा करना अनिवार्य था। अंततः, तीन संस्थान प्राधिकरण के नियम और मानकों पर खरे उतरे और उन्हें भूखंड आवंटित किए गए।
यमुना सिटी में शिक्षा का विकास
मौजूदा समय में सेक्टर-22 ई में जेबीएम, नरसी मोनजी और फोर स्कूल जैसे विश्वविद्यालय पहले से ही स्थापित हैं। इन नए विश्वविद्यालयों के आने से यमुना सिटी में शिक्षा का स्तर और ऊंचा होगा।
अन्य विकास परियोजनाएं
नोएडा एयरपोर्ट के साथ-साथ, यमुना प्राधिकरण कई अन्य विकास परियोजनाओं पर भी काम कर रहा है। इनमें मेडिकल डिवाइस पार्क, टॉय पार्क, अपैरल पार्क, लेदर पार्क, सेमीकंडक्टर पार्क, साइबर सिटी, जापानी व कोरियन सिटी, फिल्म सिटी आदि शामिल हैं।
भविष्य की योजनाएं
यमुना प्राधिकरण अगले सप्ताह आठ भूखंडों की योजना शुरू करने जा रहा है। इन भूखंडों को सेक्टर- 17ए, सेक्टर-18 और सेक्टर-22 ई में विकसित किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से यमुना सिटी को एक बहुमुखी विकासशील क्षेत्र बनाया जाएगा।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी का बयान
यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने कहा कि बड़े शिक्षण संस्थान यमुना सिटी में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। प्राधिकरण की योजना पांच विश्वविद्यालयों को जमीन आवंटित करने की है।