Greater Noida News/ BharatiyaTalk News: ग्रेटर नोएडा के दनकौर कोतवाली क्षेत्र स्थित यमुना सिटी के सेक्टर-25 में एक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में शनिवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। यहां एक ऊंची इमारत की 27वीं मंजिल पर यूपीवीसी ग्लास लगाने का काम कर रहे दो चचेरे भाइयों की गिरकर दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान गाजियाबाद के ढबारसी गांव निवासी 19 वर्षीय आमिर और 23 वर्षीय सुहैल के रूप में हुई है। दोनों कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूर के तौर पर काम करते थे।
कैसे हुआ यह दर्दनाक हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों और साथी मजदूरों के अनुसार, शनिवार रात को जब आमिर और सुहैल अन्य कारीगरों के साथ 27वीं मंजिल पर काम कर रहे थे, तभी अचानक बिजली चली गई। चारों ओर अंधेरा छा जाने के कारण काम के दौरान उनका संतुलन बिगड़ गया और वे दोनों सीधे नीचे आ गिरे। ऊंचाई से गिरने के कारण दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
अस्पताल में मृत घोषित, परिजनों का प्रदर्शन
साइट पर मौजूद अन्य मजदूरों और सुरक्षा गार्डों ने आनन-फानन में दोनों को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया। घटना की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कुछ किसान नेताओं के साथ मिलकर बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया और मुआवजे की मांग की।
बिल्डर का आश्वासन और पुलिस की कार्रवाई
बढ़ते हंगामे को देखते हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे परिजनों को शांत कराया। बिल्डर प्रबंधन ने मृतकों के परिवार को आर्थिक सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया है, जिसके बाद परिजन शांत हुए। दनकौर थाना प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल परिजनों की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
इस हादसे के बाद दोनों युवकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। आमिर और सुहैल अपने परिवार के मुख्य आर्थिक स्तंभ थे और उनकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने और उचित मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है।