Greater Noida News : सड़कों पर दौड़ने वाले ओवरलोड वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। पाँच विशेष टीमों का गठन किया गया है जो लगातार ऐसे वाहनों पर नजर रख रही हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. उदित नारायण पाण्डेय ने बताया कि विभाग ओवरलोड वाहनों और खनन सामग्री के अवैध परिवहन के विरुद्ध निरंतर कार्रवाई कर रहा है।
जनवरी माह में हुई कार्रवाई का विवरण
जनवरी माह में परिवहन विभाग की पाँच प्रवर्तन टीमों ने, जिनमें तीनों एआरटीओ और दोनों यात्रीकर अधिकारी शामिल हैं, विशेष अभियान चलाया। इस दौरान 115 ओवरलोड वाहनों के चालान काटे गए और 65 वाहनों को सीज किया गया। इन वाहनों से 53.31 लाख रुपये का शुल्क भी वसूला गया।
इस वित्तीय वर्ष में हुई कुल कार्रवाई
इस वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 2211 ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की गई है और 845.65 लाख रुपये का शुल्क वसूला गया है। यह कार्रवाई दादरी, डीएनडी, सिरसा कट, नॉलेज पार्क, जीरो पॉइंट और अन्य स्थानों पर की गई है।
ओवरलोडिंग से होने वाले नुकसान
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह (01 जनवरी 2025 से 31 जनवरी 2025) के दौरान सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. उदित नारायण पाण्डेय ने ओवरलोडिंग से होने वाले नुकसानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ओवरलोडिंग से वाहनों के इंजन और टायर जल्दी खराब हो जाते हैं, जिससे वाहन मालिकों को नुकसान होता है। इसके अलावा, सड़कों पर अतिरिक्त भार पड़ने से वे जल्दी टूट-फूट जाती हैं, जिससे सड़कों की मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है और राजस्व की हानि होती है। ओवरलोडिंग के कारण प्रदूषण भी बढ़ता है और वाहनों का संतुलन बिगड़ने से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है।
ओवरलोडिंग पर जुर्माना
ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों के खिलाफ सरकार ने सख्त जुर्माने का प्रावधान किया है। इसके तहत 20,000 रुपये का जुर्माना और प्रति टन 2000 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना लगाया जाता है।