Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: 1 अप्रैल, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट में महिला सुरक्षा और अपराध नियंत्रण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें प्रमुख रूप से 11 नवनिर्मित पिंक बूथ, 26 वीडियो सुरक्षा वॉल और विभिन्न पुलिस चौकियां शामिल हैं। यह कार्यक्रम यामाहा मोटर प्रा0लि0 द्वारा आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की रही उपस्थिति
इस अवसर पर गौतमबुद्धनगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा, दादरी के विधायक श्री तेजपाल नगर, जेवर के विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह, ग्रेटर नोएडा के सीईओ श्री रवि कुमार एन0जी0, नोएडा के सीईओ श्री लोकेश एम0जी0, गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा, यामाहा मोटर ग्रुप के कॉर्पोरेट निदेशक श्री नागाशिमा अत्सुशी सान और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
पुलिस आयुक्त कार्यालय में हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजन
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार का पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के सेक्टर-108 स्थित कार्यालय पहुंचने पर पुलिसकर्मियों द्वारा सलामी दी गई। इसके पश्चात, उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

नवाचार और सुरक्षा को मिला बढ़ावा
कार्यक्रम के दौरान, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में स्थापित किए गए पिंक बूथों, यातायात जागरूकता कार्यक्रमों, वीडियो वॉल और विभिन्न संस्थाओं द्वारा सीएसआर के तहत पुलिस कमिश्नरेट को उपलब्ध कराए गए संसाधनों और कार्यों से संबंधित वीडियो प्रस्तुत किए गए। उपस्थित अतिथियों ने इन प्रयासों की सराहना की।
जनप्रतिनिधियों ने की पुलिस के प्रयासों की सराहना
कार्यक्रम में सांसद डॉ. महेश शर्मा, विधायक श्री तेजपाल नगर और विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में पुलिस द्वारा किए जा रहे नवाचारों और सुरक्षा के क्षेत्र में उठाए जा रहे प्रभावी कदमों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट आधुनिक तकनीक और स्मार्ट पुलिसिंग के माध्यम से अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित कर रही है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए समर्पित हुए 11 पिंक बूथ
पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया। इस दौरान पुलिस महानिदेशक ने लोक सहयोग से नवनिर्मित 11 पिंक बूथों का लोकार्पण किया। ये बूथ सेक्टर-104 मार्केट, सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के पास, सेक्टर-59 मेट्रो स्टेशन के पास, इलेक्ट्रॉनिक मेट्रो स्टेशन के पास, गौर सिटी मॉल, घंटा गोल चक्कर, एनपीएक्स, मिहिर भोज कॉलेज के सामने, गलगोटिया कॉलेज के पास, देवला और आरआर साइट पर स्थित हैं। डीजीपी ने बताया कि नोएडा एक हाईटेक शहर है, जहां महिलाएं देर रात तक काम करती हैं, और ऐसे में ये पिंक बूथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। महिलाएं बिना किसी संकोच के इन बूथों पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं और तत्काल पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
वीडियो वॉल: अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण हथियार
पुलिस महानिदेशक ने कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में अपराधों पर त्वरित नियंत्रण, संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी, समन्वित पुलिस कार्रवाई, डेटा और सूचना के तत्काल प्रसार और स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए यामाहा ग्रुप के सहयोग से 26 थानों में वीडियो वॉल व्यवस्था का भी लोकार्पण किया। इस अत्याधुनिक प्रणाली से पुलिस को डिजिटल साक्ष्य जुटाने में मदद मिलेगी, जिससे अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी।
अत्याधुनिक पुलिस भवनों का हुआ लोकार्पण
पुलिस महानिदेशक ने पुलिसकर्मियों के मनोबल और कल्याण को ध्यान में रखते हुए पुलिस लाइन गौतमबुद्धनगर में नवनिर्मित अत्याधुनिक भवन का भी लोकार्पण किया।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान, पुलिस महानिदेशक ने कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले पुलिसकर्मियों में डीसीपी मुख्यालय/प्रोटोकॉल श्री रवि शंकर निम, डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान, प्रभारी डीसीपी सेन्ट्रल नोएडा श्री शक्ति मोहन अवस्थी, प्रभारी डीसीपी साइबर श्रीमती प्रीति यादव और कई थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
डीजीपी प्रशांत कुमार का संबोधन:स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ते कदम
लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि यह अवसर केवल पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर के लोकार्पण का नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश में बदलते सुरक्षा दृष्टिकोण और कम्युनिटी पुलिसिंग के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्मार्ट पुलिस’ (Strict & Sensitive, Modern & Mobile, Alert & Accountable, Reliable & Responsive) के विजन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा साकार करने की दिशा में तेजी से बढ़ने पर गर्व व्यक्त किया।
कमिश्नरेट प्रणाली: एक ऐतिहासिक सुधार
डीजीपी ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में कमिश्नरेट प्रणाली की स्थापना लंबे समय से लंबित थी, लेकिन यह सुधार मुख्यमंत्री की राजनीतिक इच्छाशक्ति, प्रशासनिक दूरदृष्टि और साहसिक निर्णय क्षमता के कारण ही संभव हो पाया है। आज लखनऊ, नोएडा, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और प्रयागराज, कानपुर जैसे शहरों में लागू कमिश्नरेट प्रणाली ने उत्तर प्रदेश में सक्रिय, उत्तरदायी और पारदर्शी पुलिसिंग के नए मानक स्थापित किए हैं, जिससे अपराध नियंत्रण में सफलता मिली है और जनता का पुलिस पर विश्वास बढ़ा है।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह की डीजीपी ने की सराहना
प्रशांत कुमार ने गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह को विशेष रूप से बधाई दी, जिन्होंने नोएडा पुलिस को उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया है और महिला सशक्तिकरण के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पहली महिला पुलिस कमिश्नर के रूप में उनकी नियुक्ति ‘मिशन शक्ति’ अभियान की मूल भावना को साकार करती है।
गौतमबुद्ध नगर पुलिस की उल्लेखनीय उपलब्धियां
डीजीपी ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा पिछले कुछ वर्षों में गैंगस्टर और माफिया नेटवर्क पर कठोर कार्रवाई, साइबर अपराध के विरुद्ध विशेष अभियान, ड्रग्स और अवैध शराब के खिलाफ निर्णायक कदम, अवैध कॉल सेंटरों का पर्दाफाश और वैश्विक आयोजनों की उत्कृष्ट सुरक्षा व्यवस्था जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की गई उल्लेखनीय सफलताओं का उल्लेख किया। उन्होंने पिंक बूथों की स्थापना और थानों में वीडियो वॉल की शुरुआत को भी महत्वपूर्ण कदम बताया।
यामाहा ग्रुप के साथ साझेदारी: एक आदर्श उदाहरण
प्रशांत कुमार ने यामाहा ग्रुप द्वारा सीएसआर के तहत पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में दिए गए सहयोग को एक आदर्श साझेदारी का उदाहरण बताया और उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने अन्य कॉर्पोरेट समूहों, औद्योगिक संस्थानों और स्टार्टअप्स से भी पुलिसिंग में सहयोग कर राज्य की सुरक्षा और सुशासन में भागीदार बनने का आह्वान किया।
सुरक्षित और सशक्त उत्तर प्रदेश का संकल्प
अपने संबोधन के अंत में डीजीपी ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए बधाई दी और एक ऐसे उत्तर प्रदेश का निर्माण करने का संकल्प लिया जो सुरक्षित, सशक्त और समाज के हर वर्ग को सुरक्षा का भरोसा दे।
आठ वर्षों में अपराधों में आई भारी कमी
डीजीपी ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में लूट के मामलों में 94.33 प्रतिशत, घर में सेंधमारी के मामलों में 71.43 प्रतिशत, वाहन चोरी के मामलों में 50.11 प्रतिशत, हत्या के मामलों में 36.56 प्रतिशत और बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में 71.43 प्रतिशत की कमी आई है।
नोएडा में आयोजित हुए कई प्रतिष्ठित वैश्विक कार्यक्रम
उन्होंने नोएडा में विगत वर्षों में आयोजित MotoGP Bharat (2023), Run for G20, UP International Trade Show और Semicon India 2023 जैसे प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजनों का भी उल्लेख किया।
पुलिस बजट में हुई उल्लेखनीय वृद्धि
डीजीपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा पुलिस बजट में भारी वृद्धि की गई है, जो 2017 में 255 करोड़ रुपये था और 2024 में 156.86 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 655 करोड़ रुपये हो गया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर विशेष ध्यान
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 से अब तक 170 करोड़ रुपये की परियोजनाओं (बैरक, विवेचना कक्ष, महिला हॉस्टल, मल्टी-पर्पज हॉल) को मंजूरी दी गई है और 15.3 करोड़ रुपये मूल्य के 304 दोपहिया और 139 चार पहिया वाहन प्राप्त हुए हैं।
जेवर एयरपोर्ट के विकास में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका
डीजीपी ने जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास में पुलिस की भूमिका पर भी प्रकाश डाला, जिसमें भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और सुरक्षा व्यवस्था शामिल है।
कार्यक्रम के अंत में स्मृति चिन्ह भेंट किए गए
कार्यक्रम के समापन के बाद पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और अन्य गणमान्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को नकद पुरस्कार
पुलिस महानिदेशक ने कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सलामी गार्द, पुलिस बैंड और डॉग स्क्वायड टीम को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया और उनकी अनुशासन, दक्षता और समर्पण की सराहना की।
‘नन्हें परिंदे’ संस्था के बच्चों से मिले डीजीपी
कार्यक्रम के दौरान डीजीपी ने ‘नन्हें परिंदे’ संस्था से आए बच्चों से भी मुलाकात की और उन्हें उपहार दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था श्री शिवहरि मीना, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय श्री अजय कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे।