Greater Noida /भारतीय टॉक न्यूज़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 सितंबर को ग्रेटर नोएडा का दौरा करेंगे। इस दौरान वह इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 25 सितंबर से शुरू होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण की तैयारियों की गहन समीक्षा करेंगे। इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में प्रदेश के सभी विभागों के प्रमुख सचिव भी हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
इस वर्ष के ट्रेड शो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की प्रबल संभावना है, जिसको लेकर तैयारियां उच्चतम स्तर पर की जा रही हैं। यदि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम निश्चित हो जाता है, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 सितंबर के बाद 24 सितंबर को पुनः ग्रेटर नोएडा आएंगे और 25 सितंबर तक यहीं प्रवास करेंगे। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन प्रधानमंत्री के आगमन को ध्यान में रखकर ही सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है।
25 सितंबर से होगा भव्य आयोजन का आगाज
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन 25 से 29 सितंबर तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में किया जाएगा। यह आयोजन प्रदेश के व्यापार, निवेश और निर्यात को वैश्विक मंच प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से जुटे हुए हैं। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तैयारियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इस ट्रेड शो का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के उत्पादों, विशेषकर ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ODOP) योजना के तहत आने वाले उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाना है।
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के संभावित आगमन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। ट्रेड शो के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी 1500 से अधिक पुलिसकर्मियों के कंधों पर होगी, जिसमें डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी, निरीक्षक और उप-निरीक्षक स्तर के अधिकारी शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) की 7 कंपनियां भी तैनात रहेंगी। प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर से आने की संभावना को देखते हुए हेलीपैड और उसके आसपास के क्षेत्र में भी विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।
इस भव्य आयोजन से प्रदेश में निवेश के नए अवसर पैदा होने और स्थानीय कारीगरों व उद्यमियों को एक वैश्विक पहचान मिलने की उम्मीद है।