Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : जनपद गौतमबुद्ध नगर में पुलिसिया कार्रवाई के दावों के बीच अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के लखनावली गांव का है, जहां शुक्रवार शाम ग्रामीणों ने अदम्य साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए एक शातिर मोबाइल झपटमार को रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी के पास से एक-दो नहीं, बल्कि 15 से अधिक लूटे हुए मोबाइल फोन बरामद हुए हैं, जिससे एक बड़े संगठित गिरोह का पर्दाफाश होने की आशंका है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीण आरोपी की धुनाई करते और उसके पास से बरामद मोबाइलों का ढेर दिखाते नजर आ रहे हैं।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
जानकारी के अनुसार, लखनावली गांव निवासी निखिल शुक्रवार शाम को डीएम आवास के पास टहल रहे थे। इसी दौरान, पीछे से तेज रफ्तार बाइक पर आए दो बदमाशों ने झपट्टा मारकर उनका कीमती मोबाइल फोन छीन लिया और फरार हो गए। अचानक हुई इस घटना से हक्के-बक्के निखिल ने हिम्मत नहीं हारी और तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया। उनकी आवाज सुनकर आसपास मौजूद अन्य ग्रामीण इकट्ठा हो गए और पीड़ित के परिजनों को भी सूचित किया गया।
ग्रामीणों की घेराबंदी और एक लुटेरा गिरफ्तार
घटना के कुछ ही देर बाद, जब बाइक सवार दोनों बदमाश लूट को अंजाम देकर बेखौफ उसी रास्ते से दोबारा गुजरे, तो पीड़ित निखिल ने उन्हें पहचान लिया। निखिल के दोबारा शोर मचाने पर इस बार ग्रामीण सतर्क थे और उन्होंने तुरंत घेराबंदी कर ली। खुद को चारों तरफ से घिरा पाकर बदमाशों के हाथ-पांव फूल गए। बाइक चला रहा एक बदमाश तो किसी तरह ग्रामीणों को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया, लेकिन पीछे बैठा उसका साथी फुरकान ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया।
तलाशी में बरामद हुए 15 से ज्यादा मोबाइल
गुस्साए ग्रामीणों ने जब पकड़े गए आरोपी फुरकान की तलाशी ली, तो वे हैरान रह गए। उसकी जेबों और एक छोटे बैग से एक के बाद एक अलग-अलग कंपनियों के 15 से ज्यादा स्मार्टफोन बरामद हुए। इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल फोन की बरामदगी से यह स्पष्ट हो गया कि यह किसी बड़े और सक्रिय मोबाइल चोर गिरोह का सदस्य है, जो रोजाना कई वारदातों को अंजाम देता था। ग्रामीणों ने आरोपी की जमकर पिटाई की और बाद में उसे मोटरसाइकिल समेत सूरजपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
यह घटना जहां एक ओर आम नागरिकों की बहादुरी और जागरूकता को दर्शाती है, वहीं दूसरी ओर यह पुलिस की गश्त और अपराध नियंत्रण प्रणाली पर गंभीर सवाल भी खड़े करती है। लगातार हो रहे एनकाउंटर और पुलिस की कार्रवाइयों के बावजूद इस तरह की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं, जिससे आम जनता में असुरक्षा का माहौल है।