Vinesh Phogat’s appeal against disqualification from Paris Olympics dismissed by CAS : भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की पेरिस ओलंपिक से अयोग्यता के खिलाफ की गई अपील को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) द्वारा खारिज कर दिया गया है। भारतीय ओलंपिक संघ ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की। विनेश को 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल फाइनल में वजन के लिए निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित किया गया था।
CAS की सुनवाई का अद्यतन
CAS ने विनेश फोगाट की अपील पर सुनवाई के दौरान एक दिन पहले ही निर्णय को टाल दिया था। हालांकि, अब यह स्पष्ट हो गया है कि उनकी अपील को खारिज कर दिया गया है। विनेश ने अपने वजन को लेकर विवाद उठाया था, यह कहते हुए कि वह प्रतियोगिता के पहले दिन वजन सीमा के भीतर थीं।
ओलंपिक पदक की उम्मीदें
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने अपने पदक के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया था। यदि उनकी अपील सफल होती, तो उन्हें युसेन्यलिस गुज़मान लोपेज़ के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाता। वर्तमान में, अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांड्ट को स्वर्ण पदक और गुज़मान लोपेज़ को रजत पदक दिया गया है।
विनेश का संन्यास
इस निराशाजनक निर्णय के बाद, विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक कठिन समय है, लेकिन वह अपने पदक के लिए लड़ाई जारी रखेंगी।
अन्य प्रतियोगियों की उपलब्धियां
रिपेचेज राउंड में, जापान की युई सुसाकी ने तकनीकी श्रेष्ठता से यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को हराकर कांस्य पदक जीता। वहीं, चीन की फेंग ज़ीकी ने अन्य कांस्य पदक मैच में ओटगोनजार्गल डोल्गोर्ज़ाव को हराया।
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की कहानी ने न केवल भारतीय खेलों में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाया है, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी है।