Ghaziabad: कविनगर के निवासी विशाल शर्मा ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में सहायक कमाण्डेंट के पद पर चयनित होकर अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। 23 वर्षीय विशाल ने वर्ष 2023 में जम्मू आईआईटी से बीटेक की डिग्री प्राप्त की है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा शुक्रवार को घोषित किए गए परिणामों के अनुसार, देशभर के 312 युवाओं का चयन किया गया है, जिसमें विशाल शर्मा ने आल इंडिया में 45वीं रैंक हासिल की है।
UPSC परीक्षा और साक्षात्कार
विशाल ने UPSC की लिखित परीक्षा 6 अगस्त 2023 को दी थी, और साक्षात्कार 13 मई से 14 जून 2024 के बीच आयोजित किए गए थे। आयोग ने शुक्रवार को मेरिट लिस्ट के साथ परिणाम घोषित किया, जिसमें विशाल का नाम 45वीं रैंक पर आया। यह परिणाम उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है।
शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि
विशाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डीपीएसजी स्कूल से प्राप्त की, जहां से उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। उनके पिता, सुभाष चंद शर्मा, कांग्रेस के नेता हैं और मूल रूप से गौतमबुद्धनगर के गांव दुजाना के निवासी हैं। विशाल की इस उपलब्धि से उनके परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है।
विशाल की प्रेरणा और तैयारी
विशाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है। उन्होंने बताया कि उनके पिता ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया और कठिन समय में उनका साथ दिया। विशाल ने अपनी तैयारी के दौरान नियमित अध्ययन और अनुशासन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
भविष्य की योजनाएं
विशाल का कहना है कि वह अपने नए पद पर देश की सेवा करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे। विशाल ने युवाओं को संदेश दिया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें और कभी हार न मानें।
परिवार और दोस्तों की प्रतिक्रिया
विशाल की इस उपलब्धि पर उनके परिवार और दोस्तों ने गर्व व्यक्त किया है। उनके पिता सुभाष चंद शर्मा ने कहा कि विशाल ने हमेशा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की है और उनकी इस सफलता से पूरा परिवार गर्वित है। दोस्तों ने भी विशाल की मेहनत और समर्पण की सराहना की और उन्हें बधाई दी।
समाज में सकारात्मक प्रभाव
विशाल की इस सफलता ने समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है। उनकी कहानी ने यह साबित किया है कि कठिन परिश्रम और समर्पण से किसी विशाल शर्मा की यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी ने यह साबित किया है कि सही मार्गदर्शन, कठिन परिश्रम और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।