Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: नोएडा के कई सेक्टरों में शनिवार को पानी के लिए हाहाकार मच गया, जब गंग नहर से होने वाली गंगाजल की आपूर्ति ठप हो गई। नहर में भारी मात्रा में सिल्ट (गाद) जमा होने और तकनीकी खामियों के चलते शहर का एक बड़ा हिस्सा बूंद-बूंद पानी को तरस गया। बिजली की अनियमित कटौती ने इस संकट को और गंभीर बना दिया है, जिससे नोएडा प्राधिकरण के वैकल्पिक इंतजाम भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। रक्षाबंधन के त्योहार के बीच पानी की किल्लत ने निवासियों, खासकर महिलाओं की परेशानी दोगुनी कर दी है।
क्यों ठप हुई गंगाजल की सप्लाई?
नोएडा को मुरादनगर स्थित प्रताप विहार प्लांट के माध्यम से गंग नहर से लगभग 100 क्यूसेक गंगाजल मिलता है। यह शहर की पेयजल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण नहर में भारी मात्रा में सिल्ट बहकर आ गई है, जिसने सप्लाई लाइन को पूरी तरह से बाधित कर दिया है।
जल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, “गंग नहर में सिल्ट की सफाई का काम तेजी से किया जा रहा है। उम्मीद है कि अगले एक से दो दिनों में आपूर्ति दोबारा बहाल कर दी जाएगी।” लेकिन इस आश्वासन के बावजूद, वर्तमान स्थिति ने नोएडा के जल वितरण नेटवर्क की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।
दोहरी मार: ट्यूबवेल फेल, प्रेशर गायब
गंगाजल की आपूर्ति रुकने के बाद शहर की पानी की जरूरत का पूरा भार सरकारी ट्यूबवेलों पर आ गया है। लेकिन ये ट्यूबवेल भी पूरी क्षमता से पानी नहीं निकाल पा रहे हैं, जिससे पानी की टंकियां खाली रह जा रही हैं। इसके अलावा, रेनीवेल से मिलने वाले पानी को अन्य सेक्टरों में डायवर्ट किए जाने से पाइपलाइनों में पानी का प्रेशर बेहद कम हो गया है। सेक्टर 22 जैसे इलाकों में 8-9 घंटे की बिजली कटौती ने पानी की मोटरों को चलाना भी असंभव बना दिया, जिससे संकट और गहरा गया।
त्योहारों में बढ़ी परेशानी, टैंकर नाकाफी
जल संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टर 12, 22, 23, 70, 71 और चौड़ा रघुनाथपुर जैसे इलाके हैं। सेक्टर 12 में स्थिति इतनी विकट हो गई कि नोएडा प्राधिकरण को टैंकरों से पानी भिजवाना पड़ा। हालांकि, स्थानीय निवासियों का आरोप है कि ये टैंकर “ऊंट के मुंह में जीरा” साबित हुए।
सेक्टर 12 की निवासी अनीता शर्मा ने कहा, “रक्षाबंधन का त्योहार सिर पर है और घर में पानी की एक बूंद नहीं है। सुबह टैंकर आया भी तो इतनी भीड़ थी कि आधे से ज्यादा लोग खाली हाथ लौट गए। बिना पानी के त्योहार की तैयारी कैसे करें?”
लोगों में गुस्सा, प्राधिकरण से स्थायी समाधान की मांग
पानी की किल्लत ने निवासियों के सब्र का बांध तोड़ दिया है। लोगों ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है और प्राधिकरण की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। सेक्टर 22 के निवासी ब्रह्म सिंह ने कहा, “सुबह और शाम, दोनों समय पानी नहीं आ रहा। पूरा सप्लाई सिस्टम फेल हो चुका है।”
निवासियों की मांग है कि प्राधिकरण को सिर्फ गंगाजल पर निर्भर रहने के बजाय स्थायी वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला गया, तो वे प्राधिकरण कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। लोगों का कहना है कि हर साल सिल्ट, पाइपलाइन या बिजली का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लिया जाता है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।