Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में पानी की बर्बादी को रोकने और जल प्रबंधन को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत पूरे शहर में स्मार्ट वॉटर मीटर लगाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर 20 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने का अनुमान है। मंगलवार को प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एसीईओ) प्रेरणा सिंह ने जल और सीवर विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए इस योजना को गति देने के निर्देश दिए।
स्मार्ट मीटर योजना का शीघ्र निकलेगा टेंडर
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने जल विभाग के अधिकारियों को स्मार्ट मीटर योजना के लिए जल्द से जल्द टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इन स्मार्ट मीटरों के लगने से पानी की खपत की सटीक निगरानी हो सकेगी, जिससे न केवल बर्बादी रुकेगी बल्कि उपभोक्ताओं को भी उनके वास्तविक उपयोग के आधार पर बिल मिल सकेगा। यह कदम जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
गर्मी में जलापूर्ति दुरुस्त करने और सीवर ओवरफ्लो रोकने पर जोर
आगामी गर्मी के मौसम में पानी की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए, एसीईओ ने जलापूर्ति नेटवर्क को पूरी तरह से दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी क्षेत्र में पानी की किल्लत नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही, सीवर ओवरफ्लो की समस्याओं का तत्काल समाधान करने और ऐसी शिकायतें मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई।
गंगा जल परियोजना और एसटीपी कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
समीक्षा बैठक के दौरान, एसीईओ प्रेरणा सिंह ने गंगा जल परियोजना की प्रगति और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्रस्तावित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। इन परियोजनाओं के पूरा होने से क्षेत्र में पेयजल की गुणवत्ता में सुधार होगा और सीवेज प्रबंधन भी बेहतर हो सकेगा।
बैठक में मौजूद रहे वरिष्ठ अधिकारी
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) अभिषेक पाठक, वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम, वरिष्ठ प्रबंधक गुरविंदर सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक विनोद शर्मा और वर्क सर्कल के प्रभारी प्रभात शंकर समेत जल और सीवर विभाग के अन्य कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।