Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में संयुक्त किसान मोर्चा के महापड़ाव के दूसरे दिन, धरना स्थल पर संविधान दिवस एवं किसान मोर्चा के दिल्ली आंदोलन की चौथी वर्षगांठ मनाई गई। इस महापड़ाव की अध्यक्षता तिलक देवी ने की, जबकि संचालन का कार्य जगबीर नंबरदार ने किया। 26 नवंबर को संविधान दिवस के साथ-साथ संयुक्त किसान मोर्चा की चौथी वर्षगांठ को किसान विजय दिवस के रूप में भी मनाया गया।
किसान आंदोलन का प्रभाव
किसान आंदोलन के दबाव के कारण केंद्र सरकार ने तीन काले कानूनों को वापस लिया था। संयुक्त किसान मोर्चा के सभी 10 घटक संगठनों ने 10% आबादी प्लाट, नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करने और हाई पावर कमेटी द्वारा दी गई सकारात्मक सिफारिशों को तुरंत लागू करने की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि जब तक ये मुद्दे हल नहीं होते, महापड़ाव जारी रहेगा।
आगामी कार्यक्रम
महापड़ाव 28 तारीख को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से यमुना प्राधिकरण की ओर बढ़ेगा, जहां यह 1 दिसंबर तक जारी रहेगा। 2 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी भी चल रही है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता इस लड़ाई को आर-पार की लड़ाई मानते हैं और सरकार को 1 दिसंबर तक का समय दिया है।
किसानों के अधिकारों की मांग
नेताओं ने कहा कि 10% आबादी प्लाट का मसला वर्षों से लंबित है और सुप्रीम कोर्ट तथा हाई कोर्ट के आधे आदेशों के बावजूद किसानों को 64% मुआवजे का लाभ नहीं मिल रहा है। यह किसानों के साथ नाइंसाफी और वादाखिलाफी है। जब तक जिले में अन्याय कायम है, शांति संभव नहीं है। यह मुद्दा साढ़े तीन लाख किसानों से संबंधित है।
मुख्यमंत्री पर आरोप
नेताओं ने माननीय मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने गोरखपुर के इलाके में बन रहे हाईवे के लिए चार गुना मुआवजा दिया है, जबकि गौतमबुद्धनगर को इस लाभ से वंचित रखा गया है। इसके अलावा, 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़े हैं। अब और नहीं चलेगा; हर हाल में नए कानून के लाभ गौतम बुद्ध नगर में लागू करने होंगे।
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