Noida News/ Bharatiya Talk News: नोएडा, 19 मई 2025 – नोएडा के वस्तु एवं सेवा कर (GST) विभाग में भ्रष्टाचार का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। विभाग के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, श्री सतेंद्र बहादुर सिंह, को ₹45,000 की रिश्वत लेते हुए सतर्कता अधिष्ठान, मेरठ की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से नोएडा के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता, जो वर्ष 2016 से “रामटेक” नामक कंप्यूटर रिपेयरिंग फर्म चला रहे हैं, ने यह शिकायत दर्ज कराई थी। तकनीकी खामियों के चलते उनकी फर्म के वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 के GST रिटर्न दाखिल नहीं हो पाए थे। इसके परिणामस्वरूप, उन पर ₹4,55,840 का कर बकाया हो गया था।
रिश्वत की मांग और धमकी
जब पीड़ित कारोबारी ने इस समस्या के समाधान के लिए GST कार्यालय में संपर्क किया, तो वहां तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सतेंद्र बहादुर सिंह ने उनसे ₹45,000 की रिश्वत की मांग की। आरोप है कि सिंह ने धमकी दी कि यदि रिश्वत की रकम अदा नहीं की गई तो उन्हें कोई राहत नहीं प्रदान की जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
सतर्कता अधिष्ठान की कार्रवाई
परेशान होकर शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान, मेरठ से संपर्क साधा और पूरी आपबीती बताई। शिकायत मिलने पर सतर्कता टीम ने एक योजना बनाई। निर्धारित योजना के अनुसार, सोमवार, 19 मई 2025 को, जैसे ही शिकायतकर्ता ने रिश्वत की रकम सतेंद्र बहादुर सिंह को दी, टीम ने उन्हें मौके पर ही दबोच लिया।
सबूत और आगामी कार्रवाई
गिरफ्तारी के साथ ही, सतर्कता टीम ने आरोपी अधिकारी द्वारा बताए गए बैंक खाते और उससे जुड़े लेन-देन के महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं। श्री सतेंद्र बहादुर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्हें हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है ताकि इस मामले में और भी जुड़े लोगों का पर्दाफाश हो सके।
सतर्कता विभाग की अपील
इस कार्रवाई के बाद सतर्कता विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी उनसे किसी भी काम के एवज में रिश्वत की मांग करता है, तो वे तुरंत विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर संपर्क करें। विभाग ने आश्वासन दिया है कि सभी शिकायतों पर गंभीरता से और त्वरित कार्रवाई की जाएगी तथा शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी।