Recruitment of Teachers in UP : उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने शिक्षकों के लगभग दो लाख पदों पर भर्ती की विस्तृत कार्ययोजना जारी कर दी है। केंद्र सरकार के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस योजना को मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत मार्च 2026 तक कुल 1 लाख 93 हजार 862 शिक्षकों की भर्ती तीन चरणों में की जाएगी।
मार्च 2026 तक पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया
राज्य सरकार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में अपनी वार्षिक कार्ययोजना पेश करते हुए बताया कि इन भर्तियों को हर हाल में मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान प्राइमरी और माध्यमिक दोनों स्तर के शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
प्राइमरी और माध्यमिक शिक्षकों के इतने पदों पर होगी भर्ती
योजना के अनुसार, अगले वर्ष मार्च तक प्राइमरी शिक्षकों के सर्वाधिक 1 लाख 81 हजार 276 रिक्त पदों पर भर्तियां होंगी। इसके अलावा माध्यमिक विद्यालयों में भी 12 हजार 586 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इस प्रकार कुल 1 लाख 93 हजार 862 पदों पर नियुक्ति का लक्ष्य रखा गया है।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग करेगा प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती
प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया नवगठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से संपन्न कराई जाएगी। यह आयोग भविष्य में बेसिक शिक्षा से जुड़ी सभी शिक्षक भर्तियां आयोजित करेगा।
माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती लोक सेवा आयोग से
वहीं, माध्यमिक स्तर के शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा कराए जाने की तैयारी है। इससे भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता और पारदर्शिता बनी रहेगी।
नवंबर से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया, तीन चरणों में नियुक्ति
राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, इन पदों को भरने की प्रक्रिया नवंबर 2025 से शुरू हो जाएगी। भर्ती को सुचारू रूप से সম্পন্ন कराने के लिए इसे तीन चरणों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक चरण में लगभग 65 हजार शिक्षकों की नियुक्ति का लक्ष्य रखा गया है।
माध्यमिक शिक्षकों का ऑनलाइन तबादला 15 जून तक
इस बीच, सरकार ने राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए वार्षिक स्थानांतरण नीति के तहत ऑनलाइन तबादले की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके तहत 15 जून तक तबादले किए जाएंगे। यह तबादला नीति उन विद्यालयों पर केंद्रित है जहां शिक्षकों की संख्या कम है, ताकि सभी विद्यालयों में शिक्षकों का समान वितरण सुनिश्चित किया जा सके।
वर्ष 2018 में हुई थी पिछली बड़ी नियुक्ति
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा में वर्ष 2018 के बाद से कोई बड़ी भर्ती नहीं हुई है। वर्ष 2018 में शिक्षा मित्रों के समायोजन रद्द होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दो चरणों में 1 लाख 37 हजार 500 प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी।