Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नई आबकारी नीति लागू की है, जिसके तहत नोएडा में 239 नई शराब दुकानों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। यह नीति शराब व्यापार को पुनर्गठित करने और नए खिलाड़ियों को बाजार में प्रवेश का मौका देने के उद्देश्य से बनाई गई है। इस नीति में कई नए बदलाव शामिल हैं, जैसे कंपोजिट दुकानों का प्रस्ताव और ई-लॉटरी के माध्यम से दुकानों का आवंटन।
नई शराब नीति के मुख्य बदलाव
1. कंपोजिट दुकानों का प्रस्ताव : नई नीति के तहत बीयर और IMFL (भारत में बनी विदेशी शराब) की दुकानों को एक साथ मिलाकर कंपोजिट दुकानें बनाई जाएंगी। इससे उपभोक्ताओं को एक ही स्थान पर सभी प्रकार की शराब उपलब्ध हो सकेगी।
2. देशी शराब दुकानों का अपग्रेडेशन : देशी शराब की दुकानों को बीयर काउंटर जोड़कर कंपोजिट दुकानों में अपग्रेड करने का विकल्प दिया गया है।
3. ई-लॉटरी प्रणाली : दुकानों का आवंटन ई-लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी।
नोएडा में शराब दुकानों की वर्तमान स्थिति
नोएडा में वर्तमान में 146 IMFL दुकानें, 140 बीयर दुकानें, 234 देशी शराब दुकानें, 29 प्रीमियम शराब दुकानें और 27 मॉडल शॉप हैं। नई नीति के तहत इनकी संख्या को 501 तक बढ़ाया जाएगा, जिसमें 239 कंपोजिट दुकानें शामिल होंगी।
आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियां
1. आवेदन की अवधि : 17 फरवरी से 27 फरवरी 2025 तक।
2. ई-लॉटरी का पहला चरण : 6 मार्च 2025 को आयोजित किया जाएगा।
3. आवेदन शुल्क : कंपोजिट दुकानों के लिए 55,000 से 90,000 रुपये, देशी शराब दुकानों के लिए 40,000 से 65,000 रुपये और मॉडल शॉप्स के लिए 60,000 से 1 लाख रुपये तक।
नई नीति के लाभ
1. नए व्यापारियों के लिए अवसर : पिछले 6 वर्षों में पहली बार नए आवेदन मांगे गए हैं, जिससे नए खिलाड़ियों को बाजार में प्रवेश का मौका मिलेगा।
2. राजस्व में वृद्धि : आवेदन शुल्क और लाइसेंस शुल्क में वृद्धि से आबकारी विभाग को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।
3.उपभोक्ता सुविधा : कंपोजिट दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को एक ही स्थान पर सभी प्रकार की शराब उपलब्ध होगी।