Greater Noida News/ Bharatiya Talk News: ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र ग्राम आमका में शनिवार को अतिक्रमण हटाने पहुंची प्राधिकरण की टीम पर कुछ असामाजिक तत्वों और भू-माफियाओं ने हमला कर दिया। ओएसडी रामनयन सिंह, परियोजना अभियंता सन्नी यादव और अन्य कर्मचारियों के साथ न केवल मारपीट की गई, बल्कि उन्हें बंधक बनाने की कोशिश भी की गई। प्राधिकरण ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुए दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है।
घटना के दौरान अतिक्रमण रोकने पहुंची टीम ने जैसे ही जेसीबी मशीन से कार्यवाही शुरू की, तिलपता करनवास निवासी विपिन खारी, डेरीमच्छा निवासी कपिल नागर, और बलराम भाटी सहित करीब 100 से 150 अज्ञात लोग मौके पर पहुंच गए। इन लोगों ने अवैध निर्माण तोड़ने का विरोध करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डाली और टीम को चारों तरफ से घेर लिया।
प्राधिकरण का दावा है कि इन कॉलोनाइजरों को पहले ही नोटिस दिया गया था। वे खसरा नंबर 204, 205 और 206 की जमीन पर बिना अनुमति अवैध कॉलोनी बसाने की कोशिश कर रहे थे। बावजूद इसके, जब टीम कार्रवाई करने पहुंची तो इन पर हमला कर दिया गया। हंगामे के दौरान इन असामाजिक तत्वों ने प्राधिकरण के वाहनों को नुकसान पहुंचाने, टीम को डराने-धमकाने और जान से मारने की धमकी देने की भी कोशिश की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पर्याप्त पुलिस बल न होने के कारण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अधूरी छोड़नी पड़ी और टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा।
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे किसी कॉलोनाइजर के झांसे में न आएं और जमीन खरीदने से पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सत्यापन जरूर कर लें।
यह घटना एक बार फिर यह साफ करती है कि ग्रेटर नोएडा में भू-माफियाओं की सक्रियता और हिम्मत दोनों ही बढ़ रही हैं, लेकिन प्राधिकरण अब सख्त रवैया अपनाने के मूड में है। जल्द ही दोबारा कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।