Greater Noida News/ भारतीय टॉक : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ एक जोरदार प्रहार किया है। प्राधिकरण की अधिसूचित और अधिग्रहित जमीन पर कब्जे के मामलों में लगातार कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में, वीरवार को बिसरख गांव में प्राधिकरण द्वारा आवंटित लगभग 33 बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है। इस कार्रवाई में प्राधिकरण की जेसीबी मशीनों ने चारदीवारी को हटाया, जो कि जबरन कब्जा करके निर्माण कार्य को बाधित कर रही थी।
एसीईओ की अपील
ग्रेटर नोएडा के एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने लोगों से अपील की है कि यदि कहीं पर अवैध रूप से जमीन कब्जा कर कॉलोनी काटी जा रही है, तो उसमें अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। उन्होंने सलाह दी कि ग्रेटर नोएडा में जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त करें।
मामला क्या है?
दरअसल, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बिसरख गांव में खसरा संख्या 435 पर एक आवंटी को 33 हजार वर्ग मीटर का भूखंड आवंटित किया था। इस जमीन पर कुछ लोगों ने जबरन कब्जा कर लिया था और चारदीवारी बना दी थी, जिससे आवंटी को निर्माण कार्य करने में बाधा आ रही थी। वीरवार को प्राधिकरण ने इस अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की।
सीईओ का आदेश और कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने आवंटी को आवंटित भूखंड से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। इन आदेशों का पालन करते हुए प्राधिकरण की टीम ने अतिक्रमण पर कार्रवाई की और जमीन को खाली करा लिया। ओएसडी ने कहा कि प्राधिकरण की अधिसूचित और अधिग्रहित जमीनों पर अवैध कब्जों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी वर्क सर्किल के प्रभारियों को कड़ी हिदायत दी कि यदि भविष्य में उनके क्षेत्र में कोई अतिक्रमण या अवैध कब्जा हुआ, तो तुरंत कार्रवाई करें।
इस प्रकार, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अतिक्रमण के खिलाफ अपनी सख्त नीति को स्पष्ट किया है और भविष्य में भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रखने का आश्वासन दिया है।