Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: गौतम बुद्ध नगर समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक में जमकर हंगामा हुआ। यह घटना सूरजपुर स्थित पार्टी कार्यालय पर आयोजित बैठक के दौरान हुई। कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस इतनी बढ़ गई कि गाली-गलौच और हाथापाई की नौबत आ गई। सूत्रों के अनुसार, स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ बाहरी लोगों ने पार्टी कार्यालय में पहुंचकर कार्यकर्ताओं को धमकाया।
पुतला जलाने के मुद्दे पर फूटा गुस्सा
पूरे विवाद की जड़ बीते 5 अप्रैल को हुई मासिक बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला जलाने की घटना का जिक्र था। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने धूम मानिकपुर में हुई इस घटना का उल्लेख किया और सवाल उठाया कि गाजियाबाद में ऐसी घटना के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन गौतम बुद्ध नगर में इस पर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं हुई।
जिलाध्यक्ष ने जताई अनभिज्ञता, कार्यकर्ता बंटे
इस मुद्दे पर पार्टी जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है और अगर किसी को पता था तो उन्हें सूचित करना चाहिए था। इस बयान के बाद बैठक में मौजूद कार्यकर्ता दो गुटों में बंट गए। एक गुट ने जिलाध्यक्ष के बयान का विरोध किया और कहा कि धूम मानिकपुर में वास्तव में पुतला फूंका गया था।
गाली-गलौच और हाथापाई
बहस जल्द ही गरमा गई और जिलाध्यक्ष का विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का दूसरे कार्यकर्ताओं ने भी विरोध करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते माहौल खराब हो गया और गाली-गलौच के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल होने लगा, जिसके बाद हाथापाई की स्थिति बन गई।
बाहरी तत्वों द्वारा धमकी
जानकारी के अनुसार, कुछ देर बाद कुछ बाहरी लोग पार्टी कार्यालय पहुंचे और उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गाली-गलौच करते हुए उन्हें धमकाया। जिन कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी हुई, उनका मानना है कि इन असामाजिक तत्वों को बुलाया गया था।
वरिष्ठ नेताओं ने साधी चुप्पी
इस घटना की सच्चाई जानने के लिए पंचायत 24 ने पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं हुआ। ज्यादातर नेताओं ने बैठक में अपनी अनुपस्थिति का हवाला देकर इस मामले पर चुप्पी साध ली। हालांकि, कुछ लोगों ने दबी जुबान में यह जरूर कहा कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और अगर यह सच है तो यह गलत है।
अखिलेश यादव से शिकायत की तैयारी
पार्टी कार्यकर्ताओं का एक गुट इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत जल्द ही दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने रखने की बात कह रहा है। वे चाहते हैं कि पार्टी नेतृत्व इस मामले का संज्ञान ले और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
जिलाध्यक्ष ने किया हंगामे से इंकार
वहीं, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने बैठक में किसी भी तरह के हंगामे की बात को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि हर महीने पार्टी कार्यालय पर मासिक बैठक आयोजित की जाती है, जिसका उद्देश्य कार्यकर्ताओं की शिकायतों और सुझावों को सुनना होता है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए छोटी-छोटी बातों को सनसनीखेज बना रहे हैं, जो कि गलत है।