Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़ : जनपद गौतमबुद्ध नगर में आबकारी विभाग एक बार फिर विवादों में है। इस बार विभाग के एक निरीक्षक पर शराब विक्रेता (सेल्समैन) के साथ गंभीर मारपीट करने का आरोप लगा है। पीड़ित पक्ष ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर न्याय की गुहार लगाई है, जबकि जिला आबकारी अधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी है और प्रारंभिक तौर पर सेल्समैन के भागते समय गिरने से चोट लगने की बात कही है।
पीड़ित पक्ष का आरोप: दुकान से दफ्तर तक बेरहमी
क्या है मामला?: पीड़ित सेल्समैन मनीष कुमार (28 वर्ष) के चचेरे भाई रोहित के अनुसार, मनीष दादरी की एक्सपोर्ट कॉलोनी में किराए पर रहता है और जगत फार्म स्थित एक शराब की दुकान पर काम करता है। आरोप है कि शुक्रवार को एक ग्राहक दुकान पर बियर लेने आया था। ग्राहक द्वारा मांगी गई कंपनी की बियर न मिलने और उपलब्ध बियर के गर्म होने पर उसने आबकारी इंस्पेक्टर चंद्रशेखर से शिकायत कर दी।
इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप: शिकायत मिलने पर आबकारी इंस्पेक्टर चंद्रशेखर मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर सेल्समैन मनीष की डंडे से पिटाई कर दी। आरोप यहीं खत्म नहीं होता, इसके बाद इंस्पेक्टर मनीष को अपनी गाड़ी से डेल्टा-2 स्थित आबकारी कार्यालय ले गए। परिजनों का कहना है कि वहां भी इंस्पेक्टर ने मनीष को डंडे से बुरी तरह पीटा। रात करीब आठ बजे जब परिजनों को इसकी जानकारी हुई, तो वे किसी तरह उसे खोजते हुए कार्यालय पहुंचे, जहां मनीष गंभीर अवस्था में मिला। पीड़ित पक्ष ने स्थानीय सूरजपुर कोतवाली पुलिस पर भी मदद न करने का आरोप लगाया है।
विरोध प्रदर्शन: इस घटना के विरोध में शनिवार को सेल्समैन मनीष और उसके परिजनों ने सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर आबकारी विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और लिखित शिकायत दर्ज कराई। सूरजपुर कोतवाली में भी तहरीर दी गई है।
आबकारी विभाग का स्पष्टीकरण और जांच
ओवर रेटिंग की शिकायत पर कार्रवाई?: मामले पर जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि शिकायत उन्हें प्राप्त हुई है और इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि उक्त दुकान पर ओवर रेटिंग (निर्धारित मूल्य से अधिक पर बिक्री) की शिकायत मिली थी, जिस पर आबकारी निरीक्षक चंद्रशेखर मौके पर जांच के लिए पहुंचे थे।
अधिकारी का दावा: श्री श्रीवास्तव के अनुसार, आबकारी निरीक्षक को देखकर सेल्समैन भागने लगे, जिससे वे गिर गए और उन्हें चोटें आई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि पूरी जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
अनसुलझे सवाल और न्याय की प्रतीक्षा
विरोधाभासी बयान: यह मामला दो परस्पर विरोधी बयानों के बीच उलझ गया है। एक तरफ जहां पीड़ित परिवार आबकारी निरीक्षक पर बर्बर पिटाई और अमानवीय व्यवहार का आरोप लगा रहा है, वहीं दूसरी ओर विभाग इसे ओवर रेटिंग की जांच के दौरान सेल्समैन के भागने और गिरने की घटना बता रहा है।
निष्पक्ष जांच की आवश्यकता: इस प्रकरण में सच्चाई क्या है, यह एक निष्पक्ष और गहन जांच के बाद ही सामने आ पाएगा। यदि सेल्समैन दोषी है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन अगर आबकारी निरीक्षक द्वारा अधिकारों का दुरुपयोग कर मारपीट की गई है, तो यह एक गंभीर मामला है और उन पर भी कार्रवाई अपेक्षित है। फिलहाल, पीड़ित पक्ष न्याय की उम्मीद में अधिकारियों के अगले कदम का इंतजार कर रहा है।